सेल्फी फांर पदोन्नति व क्रमोन्नत्ति के तहत छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन बम्हनीडीह ने रखी मांग…5 साल की सेवा में पदोन्नति, 10 वर्ष की सेवा पर क्रमोन्नति का है नियम….शिक्षा विभाग में पदोन्नति के 46 हजार पद है रिक्त

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सेल्फी फांर पदोन्नति व क्रमोन्नत्ति के तहत छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन बम्हनीडीह ने रखी मांग…5 साल की सेवा में पदोन्नति, 10 वर्ष की सेवा पर क्रमोन्नति का है नियम….शिक्षा विभाग में पदोन्नति के 46 हजार पद है रिक्त

छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन बम्हनीडीह ने सेल्फी फांर पदोन्नति व क्रमोन्नति अभियान का आगाज किया है जिसके अनुसार शिक्षकीय सेवा के आधार पर क्रमोन्नति व पदोन्नति की मांग को शासन तक पहुंचाने अभियान चलाया गया है। 5 वर्ष की सेवा मे पदोन्नति, 10 वर्ष की सेवा मे क्रमोन्नति का है नियम प्रदेश मे शिक्षा विभाग मे पदोन्नति के 46 हजार पद रिक्त है ग्रीष्मावकाश में भी पढ़ई तुंहर दुआर के तहत वर्चुवल क्लास लेने के लिए शासन की योजना को सम्पूर्णता प्रदान करने में लगे शिक्षकों की सेवा सुविधा पर शिक्षा विभाग मौन क्यो?

छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष व संभाग प्रभारी बसंत चतुर्वेदी, ब्लाक अध्यक्ष उमेश तेम्बूलकर, ब्लाक मिडिया प्रभारी शिव कुमार पटेल सहित ब्लाक के समस्त पदाधिकारी गोपाल जायसवाल, उमेश दुबे, माखन राठौर, विनोद राठौर, डीलेश्वर डडसेना, ईश्वर राठौर, धनेश्वर देवांगन, बिकेश केशरवानी, धरमदास मानिकपुरी, अनील शर्मा, बाबूलाल कश्यप, उत्तम साहू, रामलाल डडसेना, जगेन्द्र वस्त्रकार, शरद चतुर्वेदी, भाष्कर यादव, ताराचंद अग्रवाल, दिलीप पाण्डेय, जीवन राठौर, जितेन्द्र रत्नाकर, टिकैट राम सुर्यवंशी, सुनील राठौर, भुषण देवांगन, नवधा चन्द्रा, रविशंकर कुम्भकार, खिरेन्द्र यादव, विरेन्द्र दुबे, भरत लाल कश्यप, ओमप्रकाश केशरवानी ने मांग करते हुए कहा है कि शिक्षा विभाग को पूरे समर्पण से सेवा देने वाले शिक्षक संवर्ग के पदोन्नति, क्रमोन्नति के विषय मे कैलेंडर बनाकर लाभ प्रदान करने की जिम्मेदारी विभाग की है, शिक्षक संवर्ग लगातार पदोन्नति, क्रमोन्नति की मांग कर रहे है, किन्तु विभागीय नियम, निर्देश व प्रक्रिया से शिक्षक इस लाभ से वंचित है।

प्रदेश शासन के अन्य विभागों में पदोन्नति की प्रक्रिया जारी है, शिक्षा विभाग में पदोन्नति के लिए ग्रीष्मावकाश सबसे उपयुक्त समय होता है।

शिक्षा विभाग में लगभग 46 हजार पद रिक्त है, प्राथमिक शाला प्रधान पाठक के 22 हजार, मिडिल प्रधान पाठक के 6 हजार, व्याख्याता के 10 हजार, शिक्षक के 08 हजार पद पदोन्नति हेतु रिक्त है, साथ ही प्राचार्य के पद की गणना शेष है, इसमे सबसे बड़ी बात यह है कि 22 हजार प्राथमिक शाला में प्रधान पाठक का पद 14 वर्ष से रिक्त है।

शिक्षा विभाग में भर्ती व पदोन्नति नियम 2019 में, पदोन्नति हेतु 5 वर्ष की सेवा अनुभव का प्रावधान किया गया है, एल बी संवर्ग के शिक्षको का शिक्षकीय सेवा अनुभव 22 वर्ष तक का है, अतः शिक्षकीय सेवा के आधार पर प्रदेश के हजारो रिक्त पदों की पूर्ति किया जावे। *छत्तीसगढ़ शासन में शोषण की यह पराकाष्ठा ही है कि 22 वर्ष की शिक्षकीय सेवा के बाद भी हजारो एल बी संवर्ग के शिक्षक पदोन्नति/क्रमोन्नति से वंचित है।*

वर्तमान में शिक्षा विभाग में 10 वर्ष की सेवा पश्चात क्रमोन्नति का प्रावधान है, सरकार ने अपने जनघोषणा पत्र में पदोन्नति से वंचित एल बी संवर्ग के शिक्षको को क्रमोन्नति देने का वादा किया है, अतः प्रथम नियुक्ति के आधार पर सेवाकाल की गणना कर 10 वर्ष पूर्ण करने वाले शिक्षको को क्रमोन्नति दिया जावे।

शिक्षकीय सेवा के आधार पर एल बी संवर्ग के शिक्षकों को पदोन्नत्ति व क्रमोन्नति देने के लिए शिक्षा विभाग को तत्काल निर्णय लेना चाहिए, पदोन्नत्ति व क्रमोन्नति की मांग व दर्द को शासन तक पहुंचाने प्रदेश के सभी शिक्षक सेल्फी फ़ॉर पदोन्नत्ति – क्रमोन्नति अभियान के तहत शिक्षकीय सेवा के आधार पर पदोन्नत्ति व क्रमोन्नति का लाभ देने की मांग को लेकर माननीय मुख्ममंत्री छत्तीसगढ़ शासन के नाम सेल्फी अभियान चला रहे है।

 

 

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