“छत्तीसगढ़ जैसे भारी वेतन विसंगति दुनिया के और किसी राज्य में नहीं… हर महीना हो रहा 15 से 17 हजार का बड़ा भारी आर्थिक नुकसान….एक साथ नियुक्त हुए, एक साथ नौकरी ज्वाइन किए, एक ही बैच के शिक्षकों के वेतन में लगभग 15 से 17 हजार रुपये तक के प्रति माह हो रहा है बड़ा नुकसान….कोरोना काल के बाद सबसे बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहे सहायक शिक्षक – जाकेश साहू

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“छत्तीसगढ़ जैसे भारी वेतन विसंगति दुनिया के और किसी राज्य में नहीं… हर महीना हो रहा 15 से 17 हजार का बड़ा भारी आर्थिक नुकसान….एक साथ नियुक्ति हुए, एक साथ नौकरी ज्वाइन किए, एक ही बैच के शिक्षकों के वेतन में लगभग 15 से 17 हजार रुपये तक के प्रति माह का भयानक नुकसान हो रहा कोरोना काल के बाद सबसे बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहे सहायक शिक्षक – जाकेश साहू

रायपुर। प्रदेश में सहायक शिक्षक फेडरेशन आंदोलन के नेतृत्वकर्ता एवँ शिक्षाकर्मी वर्ग 03 के कद्दावर नेता जाकेश साहू ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य जैसे भयंकर वेतन विसंगति दुनिया के और किसी भी राज्य में नहीं है। उन्होंने राज्य के नीति निर्धारकों एवँ सरकार के सलाहकारों पर सवाल उठाते हुए कहा है कि क्या इन सरकारी सिपहसालारों एवँ राज्य के नीति निर्धारकों को इतना भी नहीं पता कि सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति क्या होती है…????
आज प्रदेशभर के प्राथमिक स्कूलों में कार्यरत लगभग 1,09,000 सहायक शिक्षकों की वेतन में इतनी ज्यादा विसंगति हो गई है जिनकी कोई सीमा नहीं….! जुलाई 2020 के बाद यह वेतन विसंगति और भयंकर बढ़ जाएगी, जुलाई 2020 के बाद लगभग 16000 बचे हुए शिक्षाकर्मियों का संविलियन होगा ततपश्चात जंहा एक ओर दो वर्ष की सेवाकाल वाले वर्ग 01 एवँ वर्ग 02 के नए शिक्षकों को लगभग 40 से 45 हजार तनख्वाह मिलने लगेगा वंही दूसरी ओर 20 से 25 वर्षो से सेवा कर रहे शिक्षाकर्मी वर्ग 03 अर्थात सहायक शिक्षकों को मात्र 30 से 35 हजार वेतनमान मिलने लगेगा।
*एक ही बैच के शिक्षकों के वेतन में जमीन आसमान का अंतर:-*
राज्य में एक ही बैच में एक साथ नियुक्ति हुए शिक्षकों के वेतनमान में भयावह अंतर आ गया है जो दुनिया की सबसे बड़ी वेतन विसंगति है। 1998 में कई लोग प्राथमिक शालाओं में शिक्षाकर्मी वर्ग 03 बने है जिसमे से कुछ लोगो की पदोन्नति आज वर्ग 01 व वर्ग 02 में हो चुकी है जिन्हें लगभग 50 से 55 हजार वेतन मिल रहा है जबकि 1998 बैच के ऐसे शिक्षक जिनका पदोन्नति नहीं हुआ है उन्हें मात्र 30 से 35 हजार ही वेतन मिल रहा है, इस प्रकार एक साथ नियुक्ति हुए, एक साथ नौकरी ज्वाइन किए, एक ही बैच के शिक्षकों के वेतन में लगभग 15 से 17 हजार रुपये तक के प्रति माह का भयानक नुकसान हो रहा है जो सालाना लगभग दो लाख रुपये एवँ पांच साल में लगभग दस लाख रुपये तक का अब तक का सबसे बड़ा आर्थिक नुकसान वर्ग 03 के शिक्षकों को हो रहा है।
प्रदेश में शिक्षाकर्मियों के कद्दावर एवँ तेजतर्रार नेता जाकेश साहू ने प्राथमिक शालाओं में कार्यरत राज्यभर के लगभग 1,09,000 सहायक शिक्षकों से आह्वान किया है कि वे सभी कोरोना काल के बाद राज्य स्तरीय सबसे बड़े कर्मचारी आंदोलन के लिए तैयाए रहें।
*चुनावी घोषणा पत्र में किए गए क्रमोन्नति के वादे पूरी करे भूपेश सरकार:-*
शिक्षाकर्मी वर्ग 03 नेता जाकेश साहू ने राज्य सरकार से मांग की है कि सरकार चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादे अविलम्ब पूरी करें। चूंकि 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने घोषणा किया था कि राज्य में सरकार बनते ही सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर करते हुए इन्हें क्रमोन्नति वेतन दिया जाएगा इस क्रमोन्नति के वादे को चुनावी घोषणा पत्र में भी शामिल किया गया है।
विगत डेढ़ सालों में राज्य के सहायक शिक्षक प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कई बार मिलकर वेतन विसंगति में सुधार करने एवं मध्यप्रदेश की तर्ज पर प्रथम नियुक्ति तिथि से वरिष्ठता मानते हुए क्रमोन्नति वेतनमान देने की मांग कर चुके है लेकिन हमें अब तक आश्वाशन के शिवा कुछ भी नहीं मिला। इस बाबत हमने राज्य के सभी मंत्रियों एवँ सभी 90 विधायकों को ज्ञापन भी कई बार दे चुके है है लेकिन अब तक कुछ भी नहीं हुआ।
यदि सरकार द्वारा हमारी मांगो की अनदेखी की गई तो हम आने वाले दिनों में कोरोना काल के बाद राज्य स्तरीय अब तक का सबसे बड़ा शिक्षक आंदोलन करेंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।

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