सूरजपुर :- छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़, स्वास्थ्य मंत्री, शिक्षा मंत्री, मुख्यसचिव छ ग शासन, स्वास्थ्य सचिव छ ग शासन, शिक्षा सचिव छ ग शासन को पत्र लिखकर शिक्षकों को प्रथम पंक्ति के कोरोनावारियर्स के रूप में कोरोना का टीका लगाने तथा 50 लाख का बीमा कवर देने की मांग की है।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री रंजय सिंह ,प्रदेश प्रचार सचिव अजय सिंह,जिलाध्यक्ष सूरजपुर भूपेश सिंह, जिला पदाधिकारी मुकेश मुदलियार, रामचन्द्र सोनी,गौरीशंकर पांडेय,सुरविन्द गुर्जर,चन्द्रविजय सिंह,घनश्याम सिंह, मिथलेश पाठक,नंदकिशोर साहू,राजेन्द्र नायक,प्रदीप जायसवाल,संजय चतुर्वेदी, इन्द्रबली कुशवाहा,बिजेंद्र साहू,उमेश गुर्जर,प्रेम कुशवाहा,अनुज राजवाड़े,टेकराम राजवाड़े,आदित्य यादव,टोपेश्वर सिंह,नागेंद्र सिंह,चन्द्रदेव चक्रधारी,पीताम्बर सिंह मराबी,रामबरन सिंह,जितेंद्र सिंह,बिनोद केराम ने कहा है कि शिक्षकों के लिए शाला बंद नही है, मध्यान्ह भोजन, जाति प्रमाण पत्र, 10 वीं व 12 वीं परीक्षा, स्वैक्षिक मोहल्ला क्लास आदि कार्यों से प्रतिदिन सैकड़ों छात्रों से नियमित संपर्क में है जिससे अब शिक्षक व बच्चो में संक्रमण तेजी से फैलने की आशंका है, जो जानलेवा साबित हो सकता है।
शिक्षक भी प्रथम पंक्ति के कोरोनावरियर्स हैं जिनका सीधा संबंध देश के नौनिहालों से रहता है, शिक्षक सुरक्षित रहेंगे तो बच्चे भी सुरक्षित रहेंगे, इसीलिए सभी शिक्षकों को बिना किसी उम्र बंधन के स्वास्थ्य कर्मचारियों के समान कोरोना का टीका लगाया जावे।
शिक्षको को कोरोना के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरह बीमा की परिधि में लाया जावे तथा 50 लाख बीमा का प्रावधान किया जावे।
शिक्षको के कार्यस्थल पर न्यूनतम जोखिम हेतु आवश्यक संसाधनों की पूर्ति किया जावे ।
प्रदेश महामंत्री रंजय सिंह ने बताया कि प्रदेश के शिक्षक साथी दुरस्त अंचल के साथ ही शहरों में भी नियमित विद्यालय जाकर आवश्यक कार्य के साथ ही बच्चो को अध्यापन कार्य देख रहे है कई शिक्षक इस महामारी की चपेट में आकर अपनी जान गवां चुके है तो कई साथी संक्रमण के इलाज के कारण आर्थिक रूप से कमजोर हो गए है संक्रमित होने का क्रम निरन्तर जारी है इसलिए शासन प्रशासन को ध्यान देकर सभी शिक्षकों का वैक्सिनेशन जल्द कराना चाहिये जिससे इस वर्ग को कोरोना की खतरा से बचाया जा सके ।
सूरजपुर जिलाध्यक्ष भूपेश सिंह ने बताया कि कोरोना से संक्रमित होकर जान गवाने वाले शिक्षकों को कोरोना वारियर्स मानते हुए 50 लाख बीमा राशि का भुगतान अनिवार्य रूप से करना चाहिए जिससे मृतक के परिजनों का सही ढंग से भरण पोषण हो सके ।