22 अगस्त से शिक्षको की मांग व DA, HRA पर संघर्ष की…..जीएडी सचिव के साथ बैठक में शिक्षक संवर्ग के मांगो पर भी हुई चर्चा

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रायपुर 3 अगस्त 2022। संजय शर्मा ने पूर्व सेवा अवधि की गणना कर 20 वर्ष में पूर्ण पेंशन, सहायक शिक्षको को समानुपातिक वेतन (वेतन विसंगति), प्रथम नियुक्ति तिथि से क्रमोन्नति, अवरुद्ध पदोन्नति शीघ्र करने, प्राचार्य पद को वन टाइम रिलेक्सेशन में शामिल करने पर विस्तृत चर्चा कर पक्ष को प्रमुखता से रखा।

छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन, शालेय शिक्षक संघ, नवीन शिक्षक संघ द्वारा 25 जुलाई से 2 सूत्रीय मांग देय तिथि से लंबित मंहगाई भत्ता व देय तिथि से HRA को सातवें वेतन के आधार पर पुनरीक्षित करने की मांग को लेकर अनिश्चित कालीन आंदोलन किया गया था।

22 अगस्त से हड़ताल के विषय मे उन्होंने शिक्षको से कहा है कि शिक्षको के हित मे शिक्षको के उक्त मांग व DA, HRA को लेकर लगातार हड़ताल करने की चर्चा छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन, शालेय शिक्षक संघ, नवीन शिक्षक संघ के बीच जारी है, 30 जुलाई को रायपुर धरना व रैली में हजारो शिक्षको ने शिक्षक हित को भी जोड़ने का पक्ष रखा था।

हड़ताल का व्यापक असर हुआ था, मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर जीएडी द्वारा सूचना देकर छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन, शालेय शिक्षक संघ, नवीन शिक्षक संघ के प्रतिनिधि मंडल को मंत्रालय महानदी भवन में चर्चा हेतु आमंत्रित किया गया।

चर्चा में भाग लेने छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, सुधीर प्रधान, बसंत चतुर्वेदी, मनोज सनाढ्य, गिरीश साहू, नवधा चंद्रा, बसंत गायकवाड़, शामिल हुए।

सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से सचिव श्री डी डी सिंह, सचिव श्री कमलप्रीत सिंह, संयुक्त सचिव संजय अग्रवाल, उप सचिव खेस मेडम द्वारा बैठक कर चर्चा करते हुए मांगो पर पक्ष लिया गया।

अधिकारियों के साथ बैठक में पक्ष रखते हुए छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने DA व HRA के मांग को रखने के साथ ही नियम विरुद्ध वेतन कटौती आदेश को निरस्त करने कहा।

छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने मांग पत्र सौंपते हुए बताया कि प्रथम नियुक्ति तिथि से पूर्व सेवा अवधि को जोड़ते हुए सहायक शिक्षको को प्रचलित नियम अनुसार सीधे उच्च वर्ग शिक्षक का 4200 ग्रेड पे का उच्चतर वेतनमान देते हुए क्रमोन्नति का आदेश किया जावे तथा शिक्षक व व्याख्याता के लिए समयमान वेतनमान का आदेश जारी किया जावे।

*समानुपातिक (वेतन विसंगति) का पक्ष –* व्याख्याता व शिक्षक की तुलना में सहायक शिक्षक का वेतन कम है, प्राथमिक शिक्षा को विशेष शिक्षकीय सेवा मानकर व्याख्याता व शिक्षक के वेतनमान के अंतर के अनुपात में शिक्षक व सहायक शिक्षक के वेतनमान में सुधार किया जावे।

चर्चा में संजय शर्मा ने कमल प्रीत सिंह जी की तारीफ करते हुए कहा कि आप जब स्कूल शिक्षा सचिव थे उसी समय पदोन्नति हेतु वन टाइम रिलेक्सेशन का नियम आपने बनाया, पर वह उच्च न्यायालय में स्थगन व शिक्षा विभाग द्वारा उचित पहल नही होने के कारण लटका हुआ है, पदोन्नति हेतु न्यायालयीन बाधा दूर कराने सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा पहल किया जावे, तथा प्राचार्य पदोन्नति हेतु वन टाइम रिलेक्सेशन का प्रावधान बनाया जावे।

ज्ञात हो कि संजय शर्मा, वीरेंद्र दुबे, विकास राजपूत द्वारा 2012 -13 व 2018 की तरह अन्य प्रमुख शिक्षक संगठनों से समान भूमिका में एकजुट होने के लिए पहल किया जा रहा है।

 

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