“संविलियन एक मिशन”: सभी शिक्षा कर्मियो का एक साथ हो संविलियन,,,कोई शिक्षा कर्मी छूटे न,,बिना किसी वर्ष बंधन व बिना किसी विसंगति के संविलियन की है दरकार
बालोद–एक ओर जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री के द्वारा संविलियन की घोषणा से प्रदेश के 1 लाख 80 हजार शिक्षा कर्मियो मे खुशी की लहर है,,वहीं कुछ विषयो को लेकर शिक्षा कर्मियो मे दुविधा व संशय भी है।
शिक्षक पं न नि मोर्चा बालोद के जिला संचालक दिलीप साहू ने कहा कि अभी तक ड्राफ्ट के सार्वजनिक न हो पाने से संशय लाजिमी है क्योंकि पूरे सेवाकाल के सभी वर्ष संघर्ष के रहे है।सेवा के स्थायित्व के संघर्ष मे हमेशा परिणाम व निराकरण के मामले मे कोरा आश्वासन ही अब तक शिक्षा कर्मियो के हिस्से आया है ।इसलिए दूध का जला छाछ को भी फूंक फूंक कर पीना चाह रहा है ।समस्त शिक्षा कर्मियो के एक साथ संविलियन,वेतन विसंगति के सुधार के साथ वेतन निर्धारण,क्रमोन्नत वेतनमान की सुविधा,वर्ग 3 को समानुपातिक वेतनमान,शिक्षा व आजक विभाग के मूल पद पर संविलियन,1 जनवरी से 7 वे वेतनमान,शासकीय शिक्षको के समान समस्त भत्ते,वित्तीय लाभ व सुविधा को लेकर चर्चा व मांग के साथ सवाल भी उठ रहे है ,,वह इसलिए भी क्योंकि ये सारे विषय के प्रति शासन की अब तक की ठोस पहल के अभाव ने ही संघर्ष के लिए शिक्षा कर्मियो को मजबूर किया है।इसलिए अब कर्मी प्रथा का अंत कर स्थायी समाधान की दरकार सभी को है।प्रदेश के समस्त शिक्षा कर्मियो का एक साथ संविलियन हो,,।संविलियन से कोई साथी छूटे नही, सभी शिक्षा कर्मी इसके इंतजार मे है ।बिना किसी विसंगति व बिना किसी वर्ष बंधन के संविलियन की मांग मोर्चा ने की है ।
शिक्षक पंचायत न नि मोर्चा बालोद के जिला संचालक दिलीप साहू,प्रांतीय सहसंचालक प्रदीप साहू,जिला सहसंचालक रघुनंदन गंगबोईर,प्रांतीय महिला प्रतिनिधि ललिता यादव, नीता बघेल,राम किशोर खरांशु माधव साहू,लाल मणि साहू,कामता साहू,वीरेंद्र देवांगन,शिव शांडिल्य,संतोष देवांगन,शिवेन्द्र बहादुर साहू,लेख राम साहू,पवन कुम्भकार,रिखी ध्रुव,नीलेश देशमुख,शेषलाल साहू,तुकाराम साहू,जगत साहू,बीरबल देशमुख,सूरज गोपाल गंगबेर,राजेन्द्र देशमुख,मोहन तारम सहित सभी जिला व ब्लाक पदाधिकारी व महिला मोर्चा के सभी पदाविकारियो ने कहा है कि मुख्यमंत्री जी के अम्बिकापुर में विकास यात्रा में शिक्षाकर्मियों के संविलियन घोषणा का स्वागत करते हैं,,इससे पूरे प्रदेश के शिक्षा कर्मियो के साथ जिले के सभी शिक्षा कर्मियो ने खुशी व्यक्त की है।साथ ही अब अपेक्षा है कि समतुल्य वेतन निर्धारण की विसंगति दूर करते हुए समानुपातिक, क्रमोन्नति के आधार पर छठवे ( समतुल्य/ पुनरीक्षित) वेतनमान का निर्धारण कर विद्यमान वेतन पर सातवे वेतनमान के निर्धारण का लाभ देते हुए प्रदेश के सभी 1 लाख 80 हजार शिक्षाकर्मियों का ब्याख्याता, शिक्षक, सहायक शिक्षक के पद पर ही संविलियन का आदेश कैबिनेट की बैठक उपरांत शीघ्र जारी किया जाए।