रायपुर 12 जनवरी 2020। आज सीएम भूपेश बघेल के लोकवाणी कार्यक्रम का प्रसारण हुआ। इसमें शिक्षा कर्मियों के संविलियन से सम्बंधित सवाल भी पूछे गए उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी, हमारे बहुत से श्रोताओं ने एक बार फिर शिक्षाकर्मियों के संविलियन को लेकर सवाल उठाए हैं। बागबाहरा से नीरज तिवारी, मरवाही से प्रकाश कुमार, सरायपाली से रश्मि पटेल, महासमुंद से देवराज पाणिग्रही, वैशाली रिखी, रायगढ़ से सूरज प्रधान, मुकेश निर्मलकर, कुसुम देवांगन, जांजगीर से योगेश बनर्जी, खरसिया से संजय राठौर, भरत लाल गुप्ता, मुंगेली से मुकेश कुमार बंजारे, रायगढ़ से ज्योति राज पाण्डा, रायगढ़ से लिंगराज चौधरी, पुसउ, कमलेश कुमार साहू, महासमुंद से धीरज तिवारी, राजिम से लखेन्द्रदत्त साहू सहित कई साथियों ने जानना चाहा है कि शिक्षाकर्मियों, शिक्षामितान और व्याख्याताओं की भर्ती की क्या स्थिति है ?
माननीय मुख्यमंत्री जी का जवाब
– जिन शिक्षाकर्मियों का 8 वर्ष पूरा हो रहा है, उनका नियमितीकरण आदेश क्रमशः निकाला जा रहा है।
– ऐसे लगभग 7 हजार शिक्षाकर्मियों के नियमितीकरण का आदेश इस माह निकाल दिया जाएगा।
– शिक्षामितान या अतिथि शिक्षकों के 1885 पद स्वीकृत किए गये हैं।
– अतिथि शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती का अधिकार स्थानीय स्तर पर दिया गया है। मेरे ख्याल से इसमें कोई अड़चन नहीं है।
– लगभग 15 हजार व्याख्याताओं की भर्ती की प्रक्रिया पूर्णता की ओर है अभी सत्यापन का कार्य किया जा रहा है।
– जब से हमारी सरकार बनी है तबसे लगातार कोई न कोई चुनाव और आचार संहिता के कारण लंबी प्रक्रिया वाले कार्य पूर्ण होने में दिक्कत हुई लेकिन अब ऐसी सभी कार्यों में तेजी आएगी। आदिवासी अंचलों में कनिष्ठ चयन बोर्ड के गठन का निर्णय लिया गया है ताकि इन अंचलों के युवाओं को स्थानीय स्तर पर शासकीय सेवा में लिया जा सके।
– विशेष पिछड़ी जनजाति क्षेत्रों में युवाओं को सीधी भर्ती का लाभ दिया जा रहा है।
– हम सिर्फ सरकारी दफतरों में ही नही बल्कि नई उद्योग नीति के माध्यम से उद्योगों में, आर्थिक राहतों के माध्यम से व्यापार में भी युवाओं को नए-नए अवसर दे रहे हैं।