रायपुर।छत्तीसगढ़ की शिक्षा में सुधार की गुंजाइश अभी भी है, देश के कई राज्य की शिक्षा की तुलना में हमे और काम करने की आवश्यकता है, शिक्षा के बेहतरी के प्रयास लगातार जारी है,,किन्तु कोई भी प्रयास स्थायी नही रहा है,,जिससे मूल्यांकन तो किया गया पर निरन्तरता नही होने होने से अपेक्षित लाभ नही हुआ है,,साथ ही मूल्यांकन पश्चात मील परिणाम के सुधार हेतु समुचित कार्य नही हुआ है।
वर्तमान में कक्षा 8 व 9 के छात्रों के शिक्षा स्तर के मूल्यांकन के बाद,,उनमे अपेक्षित सुधार हेतु *”निखार”* योजना के अंतर्गत ऐसे छात्रों को विशेष शिक्षा से अवगत कराकर उनके शिक्षा सुधार का प्रयास सराहनीय है,,किन्तु इस योजना का सही निरीक्षण व मूल्यांकन नही दिख रहा है,,जिससे इस योजना में भी अपेक्षित लाभ प्रतीत नही होता।
सरकार की नीति ऐसी बने जिसमे शिक्षकों की पूर्ण सहभागिता हो,,तभी क्रियान्वयन शालाओ में दिखेगा,,और छत्तीसगढ़ में शिक्षा के स्तर में सुधार होगा।