रायपुर। छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के द्वारा 23 जुलाई 2020 को क्रांति दिवस के अवसर पर अपनी 5 सूत्रीय मांगो को लेकर वर्चुअल रैली का आयोजन किया गया जिसमें महासंघ के फेसबुक से प्रदेश के समस्त अनियमित कर्मचारियों को जोड़ते हुए पदाधिकारियों ने संबोधित किया। साथ ही प्रदेश के समस्त जिला कलेक्टर को माननीय मुख्यमंत्री जी के नाम अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा गया। यह पहला अवसर है जब अनियमित कर्मचारियो ने अपनी मांगों को लेकर सोशल मीडिया का सहारा लिया। जाहिर सी बात है कि सरकार द्वारा अपने घोषणा पत्र में अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने, किसी भी कर्मचारी की छटनी नहीं करने तथा आउटसोर्सिंग बंद करने के वादे किए गये हैं किंतु वहीं दूसरी ओर अनियमित कर्मचारियों की छटनी प्रशासन द्वारा लगातार किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के प्रांत अध्यक्ष गोपाल गिरी गोस्वामी एवं 15 अन्य पदाधिकारियों द्वारा वर्चुअल रैली सोशल मीडिया फेसबुक के माध्यम से प्रदेश के समस्त अनियमित कर्मचारियों को संबोधित करते हुए माननीय मुख्यमंत्री जी से किसी भी अनियमित कर्मचारियों की छटनी सेवा समाप्त नहीं किए जाने के साथ ही किसी प्रकार की शिकायत पर नियमित कर्मचारियों की भांति नोटिस जारी जांच प्रक्रिया एवं दोषी पाए जाने पर निलंबन की कार्यवाही संबंधित अधिसूचना/ दिशा-निर्देश जारी करने का अनुरोध किया गया है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में कार्यरत अनियमित कर्मचारी अधिकारी के नियमितीकरण करने विगत चार-पांच वर्षों से निकाले गए अनियमित कर्मचारियों को बहाल करने छटनी न किए जाने शासकीय सेवाओं में और सूर सिंह ठेका प्रथा को पूर्णता समाप्त कर कर्मचारियों का समायोजन करने अंशकालीन कर्मचारियों को पूर्ण कालीन करने वादा के विपरीत सरकार द्वारा किसी प्रकार का प्रावधान घोषणा नहीं होने से कर्मचारियों में काफी निराशा है और इस वादाखिलाफी के खिलाफ महासंघ अपनी गतिविधियों को गति देने के लिए वर्ष व रैली का आयोजन किया है इस रैली में 50000 से अधिक लोगों ने देखा और इस पर टिप्पणी की।