रायपुर 19 जून 2018:एक समय था जब गाँव में रहना और खेती करना किसानों के लिए दूभर था। इन हालातों में एक शिक्षक के प्रयास से आसपास के खेती कार्य मे क्रांतिकारी बदलाव हुआ है।मुंगेली जिले में ग्राम बाँकी कृषि के मामले में न केवल चर्चित हुआ बल्कि एक शिक्षक के प्रयासों से मिले परिणामों को छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल द्वारा शिक्षक बलराज सिंह को प्रदेश स्तर पर प्रतिष्ठित कृषि अवार्ड से नवाज़ा गया।पेशे से शिक्षक और छत्तीसगढ़ पंचायत/नगरीय निकाय शिक्षक संघ मुंगेली इकाई के जिला अध्यक्ष बलराज सिंह ने कहा कि प्रदेश की ही नहीं देश की अर्थ-व्यवस्था की रीढ़ कही जाने वाली खेती-किसानी में बदलाव लाना और किसानों के लिए हितकारी बनाना आसान नहीं था।
पर दृढ़ इच्छा शक्ति और तकनीकी खेती के माध्यम से यह कार्य सम्भव हो पाया।शिक्षक के साथ ही एक माटी पुत्र किसान होने के नाते मैंने किसान के दर्द को भोगा है।मुझे एहसास था की कितना कठिन है कृषि करना। इसलिए मेरी यह जिद जुनून में बदल गई और खेती को लोगों के लिए लाभ का व्यवसाय बनाकर ही संतुष्ट हुआ।मैंने इस दिशा में पिछले कई वर्षों में बड़े फैसले लिए।यही कारण है कि आज ग्राम बाँकी के साथ साथ आसपास के गाँवों तकनीकी खेती से कृषि कार्य की तस्वीर ही बदल गई है।
मैं आरंभ से ही खेती-किसानी से जुड़ा हूँ। सौभाग्य से शिक्षक के रूप में अपने ही गाँव मे पदस्थापना मिलने पर अतिरिक्त समय को कृषि कार्य में लगाया। खेती के लिए सबसे जरूरी था कि उन्नत तकनीक के साथ-साथ सिंचाई सुविधा बढ़े, समय पर पर्याप्त बिजली और किसानों को खेती करने के लिए कम ब्याज दर पर ऋण मिले। उन पर संकट आए तो सरकार उनकी न केवल हमदर्द रहे बल्कि उनकी क्षति की पूर्ति करे।
“मुंगेली जिले से ही कृषक बलराज सिंह , संजय वैष्णव,रामाधार यादव,छोटू बैरागी का कार्यक्रम में सम्मान दिया गया।” इन्होंने कहा कि हमे गर्व है कि मुख्यमंत्री श्री रमन सिंह इन सभी बिन्दु पर खरे साबित हुए। उन्होंने शुरू से इसी दिशा में काम किया।प्रदेश में पहले बिजली के हालात क्या थे यह सब जानते हैं। किसानों को शून्य प्रतिशत की दर पर ब्याज दिया गया।यह प्रदेश के इतिहास में कृषि क्षेत्र में एक नए कीर्तिमान की शुरूआत भर है। इसके बाद लक्ष्य है किसान की आय दोगुना करने का जिसका रोडमेप बनाने वाला राज्य छत्तीसगढ़ है। सरकार के अथक प्रयासों से कृषि क्षेत्र में बड़े परिवर्तन की शुरूआत हुई है।
कृषि की नई आधुनिक तकनीकों से किसानों को परिचित करवाने एवं कृषि संबंधी समस्याओं के त्वरित निराकरण काउद्देश्य पूरा हो रहा है।