मुंगेली। छत्तीसगढ़ लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय आह्वान पर मुंगेली जिला मुख्यालय एवं तहसील मुख्यालय में लिपिकों ने 11.08 . 2021 को रैली निकालकर लिपिकों के वेतन विसंगति के निराकरण करने के संबंध में कलेक्टर मुंगेली के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन के नाम ज्ञापन सौंपा। लिपिक संघ के जिला अध्यक्ष संतोष मिश्रा एवं महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष श्रीमती सुनीता लाल ने संयुक्त रूप से जानकारी दी कि लिपिकों की वेतन विसंगति लगभग 40 वर्षों से चली आ रही है जिस पर संघ द्वारा समय-समय पर मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ निर्माण के बाद से लेकर छत्तीसगढ़ में कई बड़े आंदोलन किया, किंतु शासन ने सिवाय आश्वासन के लिपिकों को कुछ नहीं दिया, वहीं अन्य संवर्ग के कर्मचारी या तो लिपिकों से कम वेतन पाते थे या बराबर उनका शासन ने वेतन संशोधन कर अधिक वेतन का लाभ दिया है जबकि शासन ने कमेटियां लिपिकों के लिए बनाया था किंतु जिन के लिए कमेटी बनी थी एवं कमेटी ने उनके वेतन सुधार की अनुशंसा भी की थी इसके बावजूद भी शासन ने लिपिकों के वेतनमान में सुधार नहीं किया जबकि अन्य संवर्ग के कर्मचारियों का वेतन शासन द्वारा सुधार कर बढ़ाया गया । लिपिकों का वेतनमान ताराचंद वेतनमान से लेकर सातवें वेतनमान तक शैने-शैने कम किया गया वही सहायक शिक्षक का वेतनमान ताराचंद एवं पांडे वेतनमान में सहायक ग्रेड 3 के समकक्ष था, चौधरी वेतनमान से लिपिकों का वेतन कम कर दिया गया। इसी प्रकार पांडे वेतनमान में सहायक ग्रेड 3 का पटवारी से अधिक वेतन था तथा चौधरी वेतनमान से लेकर केंद्रीय वेतनमान तक सहायक ग्रेड 3 एवं पटवारी का वेतन समकक्ष था । पांचवें वेतनमान से सातवें वेतनमान में पटवारियों का वेतन सहायक ग्रेड 3 से अधिक कर दिया गया इसी प्रकार कई अन्य संवर्ग के कर्मचारियों का वेतन भी अधिक कर दिया गया। इससे क्षुब्ध होकर लिपिक अपनी जायज मांगों को लेकर आंदोलन छत्तीसगढ़ में भी करते रहे हैं छत्तीसगढ़ में माननीय टी एस सिंह देव जी द्वारा घोषणा पत्र तैयार करने के समय जिलों में जाकर लिपिकों से मांग पत्र लिया एवं मौखिक आश्वासन भी दिया कि कांग्रेस की सरकार बनने पर लिपिकों की वेतन विसंगति दूर की जावेगी । कांग्रेस की सरकार बन जाने पर प्रांत अध्यक्ष संजय सिंह एवं अन्य प्रांतीय पदाधिकारी माननीय भूपेश बघेल जी मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन से सौजन्य भेंट कर लिपिकों की पीड़ा से उन्हें अवगत कराया जिस पर माननीय मुख्यमंत्री ने भी आश्वासन दिया था की लिपिकों की वेतन विसंगति जरूर दूर की जावेगी, किंतु आज लगभग ढाई वर्ष पूरे हो चुके हैं फिर भी लिपिकों की वेतन विसंगति दूर नहीं की गई है जबकि इसी शासनकाल में पटवारियों शिक्षाकर्मियों कृषि विभाग एवं पशुधन विभाग के कई संवर्ग के कर्मचारियों का वेतन विसंगति दूर किया जा चुका है जिससे लिपिकों में भी आशा जगी है कि उनकी वेतन विसंगति भी भूपेश बघेल जी जरूर दूर करेगे । इस रैली प्रदर्शन में बड़ी तादाद में जिले के लिपिक साथी शामिल रहे एवं अपनी मांगों के लिए नारे के साथ आवाज बुलंद किया जिसके लिए जिला पदाधिकारियों ने सभी साथियों का आभार व्यक्त कर भविष्य में भी संगठन के आंदोलन को सफल बनाने की अपील की। उक्त रैली में दामोदर राजपूत . संजीव त्रिवेदी ..नरेंद्र पाठक ..दीना साहू .. गोपेश्वर मिश्रा .. सतीश शर्मा .. मंगल पोर्ते .. देवेन्द्र केसरवानी सहित लिपिक साथी उपस्थित थे।