अनुकंपा नियुक्ति हेतु 10% के सीमा बंधन को शिथिल करने का स्वागत….छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने किया था मांग….पंचायत एवं नगरीय निकाय के लंबित 3400 मामले पर भी नियम बनाए सरकार

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बिर्रा/जांजगीर-चांपा:-छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह, सचिव बोधीराम साहू, कोषाध्यक्ष विकेश, संयोजक विजय प्रधान, उपाध्यक्ष माखन राठौर महासचिव उमेश कुमार दुबे मिडिया प्रभारी दीपक यादव ने कहा कि छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन द्वारा लगातार अनुकंपा नियुक्ति का मांग किया जा रहा था।13 अक्टूबर 2020 को मुख्यमंत्री जी, मुख्य सचिव जी व सचिव सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र लिखकर प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने अनुकंपा नियुक्ति देने हेतु 10% के सीमा बंधन को शिथिल करने का मांग किया था इसके अलावा ट्विटर और फेसबुक में अभियान चलाकर तथा विधायकों व मंत्रियों को ज्ञापन सौंपकर प्रदेश उपाध्यक्ष बसंत चतुर्वेदी व प्रदेशभर के पदाधिकारी मांग को शासन तक पहुंचाते रहे हैं, इसके साथ ही वर्तमान में प्रत्येक जिले से भी अनुकंपा नियुक्ति देने मांग शासन तक पहुंचाया गया था।
तृतीय श्रेणी के पदों पर अनुकंपा नियुक्ति हेतु नवंबर 2019 से छत्तीसगढ़ शासन द्वारा रोक लगाई गई थी पर 10% की सीमा बंधन को 31 मई 2022 तक के लिए शिथिल किए जाने के निर्णय का स्वागत का करते हुए कहा कि इससे हजारों पीड़ित परिवार को योग्यता व पात्रता के आधार पर उचित अवसर का लाभ मिलेगा वह परिवार खुशहाल होंगे एलबी शिक्षक संवर्ग शिक्षा विभाग के मूल पदों पर संविलियन होने के बाद 1 जुलाई 2018 के सैकड़ों प्रकरण लंबित है साथ ही कोविड के दौरान सैकड़ों शिक्षकों का निधन हुआ है सरकार के इस निर्णय से ऐसे पीड़ित परिवार को अब उनका अधिकार मिल सकेगा।
पंचायत एवं नगरीय निकाय संवर्ग के शिक्षकों के अनुकंपा नियुक्ति के लंबित 3400 मामले पर भी सरकार को टेट व डीएड को शिथिल कर अनुकंपा नियुक्ति देने नियम बनाना चाहिए।
अनुकंपा नियुक्ति में विज्ञान संकाय के अभ्यर्थियों को विज्ञान विषय के रूप में नियुक्ति प्रदान किया जाए क्योंकि इस पद के लिए टेट व डीएड बीएड की अनिवार्यता नहीं है साथ ही संघ पदाधिकारियों ने मांग किया है कि सहायक शिक्षक पद के लिए शिक्षा के अधिकार कानून में संशोधन किया जाए वह विशेष योग्यता टेट,डीएड व बीएड को शिथिल करते हुए नियुक्ति प्रदान किया जाए व योग्यता पूर्ण करने के लिए प्रर्याप्त समय दिया जाए।
कोविड-19 के कारण एवं शिक्षकों को 50लाख के बीमा कवर पर भी सरकार शीघ्र निर्णय लेवे।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के ब्लॉक अध्यक्ष उमेश तेंम्बूलकर मिडिया प्रभारी शिव पटेल ने कहा कि कोविड-19 के कारण आकस्मिक मृत्यु होने पर उनके परिवार को तात्कालिक आर्थिक सहायता के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार ने 50 लाख का बीमा कवर देने, उत्तराखंड सरकार ने 10 लाख का बीमा कवर देने, मध्य प्रदेश सरकार ने 5 लाख की अनुग्रह राशि देने का निर्णय लिया है इसी तरह छत्तीसगढ़ सरकार को भी कोविड-19 के कारण दिवंगत शिक्षकों को 50 लाख के बीमा कवर पर भी शीघ्र निर्णय लेना चाहिए। साथ ही छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन मांग करता है कि शिक्षकों की गैर कार्यों में ड्यूटी बंद हो। शिक्षकों को लगातार गैर शैक्षणिक कार्यों में बगैर सुविधा, साधन के ड्यूटी लगाई जा रही है जिसका छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन में रोष प्रगट किया है, कोरोना संक्रमण के चलते आकस्मिक निधन व संक्रमण की चपेट में सबसे ज्यादा शिक्षक व उसके परिवार जनों को भुगतना पड़ा है ऐसे समस्त परिजनों को तत्काल मिलने वाले लाभ व अनुकंपा नियुक्ति त्वरित दिया जाए व मृत जनों को समय में लाभ मिल सके। संगठन पदाधिकारी गोपाल जायसवाल,डिलेश्वर,रविकुंभकार,शरद चतुर्वेदी,कौशल, विरेंद्र,जगेन्द्र वस्त्रकार, बाबूलाल, नवधा, उदिता सिंह, सरिता चौहान,धरमदास, दिलीप पांडे, रामलाल डडसेना, आदि ने उम्मीद की है की सरकार के इस निर्णय से पीड़ित परिजनों को राहत मिलेगी वह अनुकंपा नियुक्ति का रास्ता प्रशस्त होगा।

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