कोरबा। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष बसंत चतुर्वेदी,कोरबा जिलाध्यक्ष मनोज चौबे ने तृतीय श्रेणी के पदों पर अनुकंपा नियुक्ति देने हेतु 10 प्रतिशत के सीमा बंधन को 31 मई 2022 तक के लिए शिथिल किए जाने के निर्णय स्वागत का करते हुए कहा है कि इससे हजारो पीड़ित परिवार को सेवा मिलेगी व परिवार ख़ुशहाल होंगे, एल बी शिक्षक संवर्ग के भी शासकीय होने के बाद 1 जुलाई 2018 से सैकड़ो प्रकरण लंबित है साथ ही कोविड के दौरान भी सैकड़ो शिक्षको का निधन हुआ है, सरकार के इस निर्णय से ऐसे भटकते परिवार को अब उनका अधिकार मिलेगा।
पंचायत/ननि संवर्ग के शिक्षकों के अनुकम्पा नियुक्ति के लंबित 3400 मामले पर भी सरकार को टेट व डीएड को शिथिल कर अनुकम्पा नियुक्ति देने नियम बनाना चाहिए।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन द्वारा लगातार अनुकम्पा नियुक्ति का मांग किया जा रहा था, 13 अक्टूबर 2020 को मुख्यमंत्री जी , मुख्यसचिव जी व सचिव सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र लिखकर प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने अनुकंपा नियुक्ति देने हेतु 10 प्रतिशत के सीमा बंधन को शिथिल करने का मांग किया था, इसके अलावा ट्वीटर व फेसबुक में अभियान चलाकर तथा विधयकों व मंत्रियों को ज्ञापन सौंपकर प्रदेश भर के पदाधिकारी मांग को शासन तक पहुचाते रहे है, इसके साथ ही वर्तमान में प्रत्येक जिले से भी अनुकम्पा नियुक्ति देने मांग शासन तक पहुँचाया गया था।
प्रदेश संगठन मंत्री प्रमोद सिंह राजपूत,प्रदेश संयुक्त सचिव कन्हैया लाल देवांगन,जिला अध्यक्ष मनोज चौबे, जिला सचिव नरेंद्र चंद्रा ने संयुक्त रूप से कहा कि अनुकम्पा नियुक्त हेतु 10% सीमा बंधन को शिथिलीकरण करने से कोरबा जिला के कई पीडित परिवार को इसका लाभ मिलेगा।
*कोविड-19 के कारण दिवंगत शिक्षकों को 50 लाख के बीमा कवर पर भी सरकार शीघ्र निर्णय लेवे – मनोज चौबे*
कोविड-19 के कारण आकस्मिक मृत्यु होने पर उनके परिवार को तात्कालिक आर्थिक सहायता के रूप में उत्तरप्रदेश सरकार ने 50 लाख का बीमा कवर देने, उत्तराखंड सरकार ने 10 लाख का बीमा कवर देने, मध्यप्रदेश सरकार ने 5 लाख रूपए की अनुग्रह राशि देने का निर्णय लिया है, इसी तरह छत्तीसगढ़ सरकार को भी कोविड-19 के कारण दिवंगत शिक्षकों को 50 लाख के बीमा कवर पर भी शीघ्र निर्णय लेना चाहिए।
प्रमोद सिंह राजपूत, कन्हैया देवांगन, जिलाध्यक्ष मनोज चौबे नरेंद्र चंद्रा,प्रदीप जायसवाल,बुद्धेश्वर सोनवानी, श्रीमती माया छत्री,श्रीमती मधुलिका दुबे, श्रीमती प्रियंका सिंह,श्रीमती अर्चना जाधव,यशोधरा पाल, श्रीमती अरुधंति मिश्रा,मनोज लोहानी,रामनारायण रविंद्र,राधे मोहन तिवारी,अशोक भारद्वाज, अनिल भट्टपहरे,आनंद पांडेय,उपेंद्र राठौर,महावीर चंद्रा,राम शेखर पांडेय, चंद्रिका पांडेय, वेदव्रत शर्मा,शिव साहू,मनोज शिंदे,बसंत मिरी,कन्हैया साहू, विजय बहादुर,अरुण कुर्रे आदि ने इस फैसले का स्वागत किया है।