17 % लंबित महंगाई भत्ता का निर्णय ले सरकार….केन्दीय कर्मचारियो को 34% छत्तीसगढ़ के कर्मचारियो को 17%, कैसे पार पाएंगे महंगाई से…..छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने मुख्यमंत्री महोदय से लंबित 17 % महंगाई भत्ता का निर्णय लेने की मांग किया है

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रायपुर। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष संजय शर्मा, प्रदेश संयोजक सुधीर प्रधान, वाजिद खान, प्रदेश उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह, देवनाथ साहू, बसंत चतुर्वेदी, प्रवीण श्रीवास्तव, विनोद गुप्ता, डॉ कोमल वैष्णव, प्रांतीय सचिव मनोज सनाढ्य प्रांतीय कोषाध्यक्ष शैलेन्द्र पारीक ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा जनवरी 2022 से 3 % मंहगाई भत्ता देने का निर्णय लिया गया है, जिससे केंद्र सरकार के कर्मचारियों को जनवरी 2022 से कुल 34 % मंहगाई भत्ता प्राप्त होगा। केंद्र सरकार द्वारा कुल 34 % की घोषणा के बाद छत्तीसगढ़ के कर्मचारी लगातार पिछड़ते जा रहे है। 17 % का अंतर छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों के लिए असहनीय होता जा रहा है, महंगाई से कैसे मुकाबला करें छत्तीसगढ़ के कर्मचारी,?

छत्तीसगढ़ में जनवरी 2020 से लंबित 4% मंहगाई भत्ता, जुलाई 2020 से लंबित 3% मंहगाई भत्ता, जनवरी 2021 से लंबित 4% मंहगाई भत्ता, जुलाई 2021 से 3 % मंहगाई भत्ता, एवं जनवरी 2022 से 3% मंहगाई भत्ता को मिलाकर कुल लंबित 17 % मंहगाई भत्ता का आदेश शीघ्र जारी किया जावे।

कर्मचारियो के लिए महंगाई से राहत पाने का एक ही साधन होता है, महंगाई भत्ता,,वर्तमान में महंगाई चरम की ओर है किंतु कर्मचारियो का महंगाई भत्ता 2 वर्ष से लंबित है, ऐसे में महंगाई की मार छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों पर भारी है।

छत्तीसगढ़ व केंद्र के कर्मचारियों के बीच महंगाई भत्ता का फासला बढ़कर 17 % तक पहुँच गया है, इससे छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों को मासिक 4 हजार से 16 हजार रुपये कम वेतन मिल रहा है।

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