डिप्टी कलेक्टर को DEO का प्रभार….शिक्षा विभाग के कारण गलत परम्परा….बालोद की शिक्षा व्यवस्था बनाये शिक्षा विभाग

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रायपुर 18 अक्टूबर 2021। बालोद जिले में शिक्षा विभाग विभागीय व्यवस्था बनाने में अक्षम साबित हो रहा है! डीईओ प्रभार पर लगातार अधिकारी बदलाव से विभागीय व्यवस्था व्यवस्थित नही हो पा रहा है, जिले के शिक्षा विभाग में फिर से अब फेरबदल किया गया।

3 माह के भीतर यहां चौथे अधिकारी को बालोद डीईओ का प्रभार दिया गया है। दो माह पहले जब बालोद के बीईओ बसंत कुमार बाग को डीईओ का प्रभार दिया गया तो उसी दौरान एक महीने में ही तीन फेरबदल हुए थे। अब दो महीने बाद ही बसंत बाग को हटाकर डिप्टी कलेक्टर रश्मि वर्मा को जिला शिक्षा अधिकारी का प्रभार दिया गया है।

ज्ञात हो कि जिले में डीईओ आर एल ठाकुर को अनुकम्पा नियुक्ति में लगे आरोप के चलते निलंबित करने के फलस्वरूप पहले आसिमा चटर्जी, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान जिला प्रभारी को पहले फिर राजीव गांधी शिक्षा मिशन, समग्र शिक्षा के जिला समन्वयक पीसी मरकले को प्रभार दिया गया था, उसके बाद प्रशासनिक दृष्टिकोण से जिले में शासन स्तर से नए डीईओ की पदस्थापना होने तक बीईओ बसंत बाघ को उनके वर्तमान दायित्यों के साथ ही डीईओ का प्रभार आगामी आदेश पर्यन्त सौंपा गया था।

अब प्रभार में चौथे अधिकारी के रूप में डिप्टी कलेक्टर रश्मि वर्मा को कलेक्टर ने नियुक्त किया है! छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने शिक्षा विभाग में प्रभारी अधिकारी शिक्षा विभाग से ही नियुक्ति करने की मांग प्रमुख सचिव शिक्षा से की है!

लगातार 4 अधिकारियों को क्रमशः जिला शिक्षा अधिकारी बालोद का प्रभार दिया गया, इस दौरान शिक्षा विभाग को हर बार अवगत कराया गया, किन्तु शिक्षा विभाग ने संज्ञान लेकर सक्षम अधिकारी की पोस्टिंग नही किया, यह आपत्तिजनक है जिला प्रमुख के पद पर तत्काल निर्णय लिया जाना था।

और अंततः जिला कलेक्टर ने राजस्व अधिकारी को जिला शिक्षा अधिकारी का प्रभार दिया है, यह गलत परम्परा है साथ ही शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारियो के अधिकार को छिनने जैसा ही है।

 

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