रायपुर।पदोन्नति में वन टाइम रिलेक्सेशन देने के निर्णय पर हम मुख्यमंत्री जी का स्वागत करते है,, हम लोगों को यह समझना होगा कि पदोन्नति व क्रमोन्नति से ही सहायक शिक्षको को उच्च वर्ग शिक्षक का वेतनमान 9300 – 4200 मिलेगा और इससे ही वेतन विसंगति दूर होगा।
2017 में संघर्ष मोर्चा के बड़े हड़ताल के बाद 8 वर्ष में संविलियन का नियम बना और तभी जाकर वर्तमान सरकार द्वारा 2 वर्ष में संविलियन का नियम बन पाया, जिससे सभी शिक्षक शासकीय हुए है।
शिक्षा विभाग के भर्ती नियम में 5 वर्ष पूर्ण होने के बाद पदोन्नति का प्रावधान है, शिक्षा विभाग ने तय किया था 2018 से 5 वर्ष,,इसीलिए वर्तमान में ई/टी संवर्ग का प्रमोशन हुआ और एल बी संवर्ग का नही हुआ।
अब सरकार व शासन से हमने पहल कर वन टाइम रिलेक्सेशन की थीम दी, तो उस पर निर्णय लिया गया, इससे 22 हजार प्रधान पाठक व 8 हजार शिक्षक कुल 30 हजार पदों पर सहायक शिक्षको को पदोन्नति मिलेगी जिन्हें उच्च वर्ग शिक्षक का वेतनमान मिलेगा।
जिन्हें पदोन्नति नही मिलती उन्ही के लिए क्रमोन्नति का नियम होता है, परन्तु क्रमोन्नति के लिए अभी शिक्षा विभाग में 10 वर्ष की सेवा अवधि है, शिक्षा विभाग की सोच से सभी अवगत है, अतः एक बार फिर वन टाइम रिलेक्सेशन क्रमोन्नति के लिए आवश्यक है,,,यह अवधि रिलेक्सेशन में क्या होगी ये सुझाव ही महत्वपूर्ण है,,और क्रमोन्नति में रिलेक्सेशन मिलते ही पदोन्नति से शेष कुल 48 हजार सहायक शिक्षको को उच्च वर्ग शिक्षक का वेतनमान मिलेगा। सहायक शिक्षको की वास्तविक संख्या करीब 78 हजार ही है और 78 हजार को उच्च वर्ग शिक्षक का 9300 – 4200 वेतनमान मिल जाएगा।
पदोन्नति से वंचित शेष 48 हजार सहायक शिक्षक साथियों के लिए वन टाइम रिलेक्सेशन के तहत क्रमोन्नति की मांग छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा जी ने मांग रखना प्रारम्भ कर दिया है, आने वाले समय मे इसके लिए एसोसिएशन द्वारा मुहिम चलाया जाएगा।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के कहा है कि पदोन्नति के लिए वन टाइम रिलेक्सेशन ही क्रमोन्नति के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा। आगे सरकार 48 हजार सहायक शिक्षक संख्या के वित्तीय भार पर गणना करेगी। एसोसिएशन ने अपील किया है कि सभी शिक्षक छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन को वैचारिक रूप से भी मजबूती प्रदान करें।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष संजय शर्मा, प्रदेश संयोजक सुधीर प्रधान, वाजिद खान, प्रदेश उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह, देवनाथ साहू, बसंत चतुर्वेदी, प्रवीण श्रीवास्तव, विनोद गुप्ता, डॉ कोमल वैष्णव, प्रांतीय सचिव मनोज सनाढ्य प्रांतीय कोषाध्यक्ष शैलेन्द्र पारीक ने कहा है कि एसोसिएशन का पहला मांग क्रमोन्नति ही है और क्रमोन्नति के लिए टीचर्स एसोसिएशन ने सभी तथ्य व तर्क प्रस्तुत किया है, जिसमे रिलेक्सेशन भी शामिल है जिसे आगामी समय मे शीघ्र प्राप्त करेंगे। जिनको भी पदोन्नति मिल रही है उनका हमे स्वागत करना चाहिये और क्रमोन्नति के लिए आगे बढ़ना चाहिए।
वेतन विसंगति एक गुब्बारा है जो अंतरिक्ष मे उड़ जाएगा, कमेटी केवल राहत राशि पर केंद्रित है, कितना तय होगा केवल इसका इंतजार करना चाहिए, तथ्य और तर्क हीन समूह दिशाहीन हो जाती है, एसोसिएशन हमारे सदस्य सहायक शिक्षको को शीघ्र लाभ मिले, इसके लिए निरन्तर प्रयासरत है,,,यह बात हमारे कुछ शिक्षको को नागवार गुजरेगा और वे अपनी निम्न भाषा से विरोध व संयम खोकर अमर्यादित भाषा में बात रखेंगे, किन्तु सत्य यही है कि पदोन्नति व क्रमोन्नति से ही सहायक शिक्षक का वेतन बढ़ेगा,,सहायक शिक्षको के लिए व्याख्याता व शिक्षक के अनुपात में वेतन निर्धारण का पक्ष एसोसिएशन द्वारा लगातार रखा गया है,,,शिक्षक समतुल्य वेतनमान 2013 में न्यूनतम वेतनमान का निर्धारण गलत हुआ है, जिसके लिए 1.86 के गुणांक पर भी चार्ट के साथ मांग पत्र दिया गया है,,और रिवाइज एलपीसी जारी करने का पक्ष रखा गया है।