प्रशासन की चेतावनी बेअसर,हजारो की संख्या में राजधानी कूच करेंगें शिक्षाकर्मी
रायपुर 10 मई 2018।शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय मोर्चा ने हाईपावर कमेटी के साथ वार्ता बेनतीजा होने के बाद 11 मई को राजधानी रायपुर में महापंचायत बुलाई है।जिसमे आगे की रणनीति तय की जाएगी।महापंचायत की हुंकार को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है।दिसम्बर में निःशर्त और शून्य में आंदोलन समाप्त करने के बाद गठित हाईपावर कमेटी ने अब तक शासन को प्रतिवेदन नही सौपा है।राजस्थान के बाद अब मध्यप्रदेश मॉडल के अध्धयन करने की बात को सुनकर आम शिक्षाकर्मियों में सरकार के प्रति बेहद नाराजगी है।1मई की सचिव स्तरीय बैठक बेनतीजा होने के बाद मोर्चा ने 11 मई को राजधानी रायपुर में महापंचायत की घोषणा की है।इसमें माँगो पर अभी तक कोई निर्णय नही लेने पर आगे की रणनीति पर आम शिक्षाकर्मियों से विचार विमर्श किया जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार महापंचायत में हजारों के तादाद में शिक्षाकर्मी अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर सरकार को अपनी संख्या बल से परिचित कराएंगे।मोर्चा ने बूढ़ा तालाब स्थित स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स में महापंचायत आयोजित करने की अनुमति दी है।महापंचायत में पहुँचने के जन सैलाब का खुमार आज से ही शुरू हो गया है।
रायपुर के सारे होटल बुक
शिक्षाकर्मियों के आज से ही राजधानी पहुँचने का सिलसिला शुरू हो गया है।जिससे कि आलम यह है कि राजधानी के सभी होटल आज से ही बुक हो गए है।मई की भरी दोपहरी में अपने छोटे छोटे बच्चो के साथ पहुचे महिला शिक्षाकर्मियों की तकलीफों को देखकर सामाजिक सेवा संस्थान ने भोजन व्यवस्था का जिम्मा ले लिया है।स्थानीय लोगो एवं राजनीतिक तथा ब्यापारियों में शिक्षाकर्मियों के लिए भारी सहानुभूति दिख रही है।प्रिंट मीडिया तथा इलेक्ट्रानिक मीडिया में भी महा पंचायत के कवरेज को लेकर भारी उत्सुकता देखी जा रही है।
सेल्फी फॉर संविलियन का भी हुआ गहरा असर
इस मुहिम का मकसद शिक्षाकर्मियों की एकजुटता दिखाने के साथ-साथ सरकार तक ये संदेश पहुंचाने का रहा,कि उनकी मांगों के साथ उनका पूरा कुनबा खड़ा है।जाहिर है, *वोटिंग फिंगर* के साथ सेल्फी का इशारा भी यही था कि जो उनकी संविलियन की मांगों को पूरा करेगा, उन्हें ही उनका वोट मिलेगा।