पुरानी पेंशन योजना एवं नई पेंशन योजना में क्या खास है? 21 जून को कोरबा के हजारों कर्मचारी मांगेंगे पुरानी पेंशन, पूरी खबर पढ़ें.

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*राष्ट्रीय अभियान में कोरबा के हजारों कर्मचारी होंगे शामिल*

*हमारा मिशन – पुरानी पेंशन के साथ रखेंगे मांग*

पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर राष्ट्रव्यापी पोस्टर अभियान में कोरबा जिला के हजारों कर्मचारी शामिल होकर प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री से अपनी मांग करेंगे।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के जिला संयोजक एवं छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष मनोज चौबे ने इस अभियान में अधिक से अधिक संख्या में कर्मचारियों को शामिल होने हेतु अपील करते हुए कहा कि राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी पी सिंह रावत व छत्तीसगढ़ के प्रदेश संयोजक संजय शर्मा, प्रदेश संयोजक वीरेंद्र दुबे, प्रदेश सह संयोजक बसंत चतुर्वेदी के नेतृत्व में बाजार आधारित NPS योजना के जगह पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने की मांग को लेकर राष्ट्र व्यापी पोस्टर अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत 21 जून को सभी NPS कर्मचारी व शिक्षक अपने घर के सामने दीवाल पर मांग का पोस्टर चिपकाकर साथ मे सेल्फी/फ़ोटो लेकर सभी सोशल/प्रिंट/इलेक्टानिक मीडिया में प्रचार करके प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री से पुरानी पेंशन की मांग करेंगे।

प्रधान मंत्री व मुख्यमंत्री के नाम संबोधन करके चलाए जा रहे पोस्टर अभियान में 21 जून 2020 को जनजागरूकता अभियान दिवस मनाते हुए *हमारा मिशन – पुरानी पेंशन* का टैग लाइन लिखकर मांग किया जा रहा है कि समस्त विभाग के कर्मचारी, शिक्षक, लिपिक, स्वास्थ्य कर्मचारी, अधिकारी, रेलवे कर्मी, पुलिस कर्मी, बैंक कर्मी, पैरा मिलिट्री के जवानों के बुढ़ापे का सहारा *पुरानी पेंशन बहाल कीजिए*

कोरबा जिला सहित छत्तीसगढ़ में 3 लाख कर्मचारियो के लिए पुरानी पेंशन बहाली हेतु प्रदेश संयोजक संजय शर्मा व प्रदेश संयोजक वीरेंद्र दुबे की संयुक्त भूमिका में संघर्ष जारी है, प्रदेश के सभी कर्मचारी संघ व शिक्षक संघ के साथ ही समस्त कर्मचारी तथा शिक्षको को भी एनपीएस के जगह पुरानी पेंशन के लिए एकजुट होकर मांग करते हुए समर्थन देने की अपील की गई है।

*जिला संयोजक एवं अध्यक्ष मनोज चौबे ने पुरानी और नई पेंशन स्कीम में अन्तर बताते हुए स्पष्ट किया कि*

पुरानी पेंशन व्यवस्था का शेयर मार्केट से कोई संबंध नहीं था।इसके अन्तर्गत सेवानिवृत्त कर्मचारी को पेंशन देना सरकार का दायित्व होता था, पुरानी पेंशन में हर छः माह पर डीए जोड़ा जाता था, जबकि न्यू पेंशन स्कीम एक म्‍यूचुअल फंड की तरह है. ये शेयर मार्केट पर आधारित व्यवस्था है।

एनपीएस अर्थात न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी या अधिकारी जिस दिन वह रिटायर होता है, उस दिन जैसा शेयर मार्केट होगा, उस हिसाब से उसे 60 प्रतिशत राशि मिलेगी. बाकी के 40 प्रतिशत के लिए उसे पेंशन प्लान लेना होगा, पेंशन प्लान के आधार पर उसकी पेंशन निर्धारित होगी।
प्रमोद सिंह राजपूत, कन्हैया देवांगन,नरेंद्र चंद्रा,प्रदीप जायसवाल,बुद्धेश्वर सोनवानी, श्रीमती माया छत्री,श्रीमती मधुलिका दुबे,यशोधरा पाल, श्रीमती अरुधंति मिश्रा,मनोज लोहानी,रामनारायण रविंद्र,राधे मोहन तिवारी,अशोक भारद्वाज, अनिल भट्टपहरे,आनंद पांडेय,उपेंद्र राठौर,महावीर चंद्रा,राम शेखर पांडेय, चंद्रिका पांडेय, वेदव्रत शर्मा,शिव साहू,मनोज शिंदे,बसंत मिरी,कन्हैया साहू, विजय बहादुर,अरुण कुर्रे आदि ने इस अभियान में शामिल होने कर्मचारियों से अपील की है।

 

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