पुरानी पेंशन बहाली की रणनिति बनाने 15 सितंबर को दिल्ली में होगी बैठक..बैठक में एसोसिएशन के प्रतिनिधि होंगे शामिल..प्रतिनिधि पहुंचे दिल्ली
रायपुर/नईदिल्ली। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने बताया कि दिल्ली में पुरानी पेंशन बहाली पर रणनिति व कार्ययोजना बनाने श्री बी पी सिंह रावत जी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित किया गया है, जिसमें छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा के प्रतिनिधि के रूप में मनोज वर्मा जी व अमित सिंह जी बैठक में शामिल होंगे।
विजय बंधु जी के पुरानी पेंशन बहाली के मांग व संघर्ष के तरीके से नाराज उनके ही साथियो ने अब वृहत स्तर पर एक नया मूवमेंट करने 15 सितम्बर को बैठक आयोजित की है,,
श्री बी पी सिंह रावत जी, श्री विजय बंधु जी के साथ प्रमुख रणनीति में शामिल रहते थे,,,इनका आरोप है कि बंधु जी ने हर बार रैली के लिए देशभर से कर्मचारियो को बुलाया,,,पर रैली नही निकाली,,, प्रयास ही नही किया,,,ये सेटेट कार्यक्रम रहता था,,,जिसमे केजरीवाल जी को बुलाया जाता था,,,अंततः कर्मचारियो को लोकसभा चुनाव जैसे समय मे लाभ नही मिल पाया,,,क़्योंकि पुरानी पेंशन बहाली के विषय केजरीवाल जी से नही,,,बल्कि केंद्र में मोदी जी से जुड़ा विषय है,,अतः नए संघर्ष की जरूरत है,,,
*बैठक में छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन को भी आमंत्रित किया गया है।*
*ज्ञात हो कि श्री विजय बंधु जी को संजय शर्मा जी ने प्रस्ताव दिया था कि पेंशन के मुद्दे के लिए छत्तीसगढ़ में NMOPS में अध्यक्ष के जगह संयोजक या संचालक बनाया जावे, जिसमे उनके अध्यक्ष राकेश सिंह, व संजय शर्मा जी, वीरेंद्र दुबे जी, केदार जैन जी, विकास राजपूत जी और जो सक्रिय संघ के प्रदेश अध्यक्ष सभी संचालक की भूमिका में रहकर संघर्ष करेंगे,,*
*इस प्रस्ताव को बन्धु जी ने अस्वीकार कर दिया था।*
खास बात छत्तीसगढ़ के लिए यह है कि NMOPS की जिम्मेदारी बन्धु जी द्वारा जिन्हें दी गयी है जिनके पास आंदोलन का अनुभव ही नही है और अन्य संघ साथियो के साथ बराबरी पर नही चल सकते, इससे सफलता संदिग्ध है।
जिस तरह 2012 –13 व 2017 –18 में छत्तीसगढ़ में मोर्चा बनाकर संघर्ष किया गया व सफलता भी हासिल किया गया उसी तरह पुरानी पेंशन बहाली के लिए निर्णायक व परिणाम मूलक संघर्ष के लिए मोर्चा बनाने की पहल दिल्ली में 15 सितंबर की बैठक में मनोज वर्मा जी व अमित सिंह जी पक्ष रखेंगे।
*संजय शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन बहाली हेतु किसी के एकाधिकार में लाभ नही मिलेगा, बल्कि मिलकर संघर्ष कर चुके व समान भूमिका के साथ, सभी को जोड़कर पुरानी पेंशन को प्राप्त किया जा सकता है।