बलौदा — कहते हैं कि अगर किसी क्षेत्र में संगठन बनाया गया है तब उस संगठन का उद्देश्य अपने साथी सहयोगीयों को हर संभव मदद करना होना चाहिए अन्यथा उस संगठन का कोई महत्व नहीं है जिला जांजगीर चांपा के बलौदा विकासखंड में संगठन की सार्थकता को लेकर छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन बलौदा के द्वारा मदद के लिए हाथ बढ़ाकर कुछ ऐसा ही प्रयास किया जा रहा है जिसके पूरे अंचल में प्रशंसा की जा रही है ज्ञात हो कि
विकास खण्ड बलौदा के अंतर्गत विभिन्न स्कूलों में अपनी शिक्षकिय कार्य की सेवा दे रहे होनहार शिक्षकों की आकस्मिक मृत्यु होने पर उसके परिवार के सदस्यों को आर्थिक सहयोग करने के लिए संवेदनशील शिक्षकों द्वारा संवेदना योजना के माध्यम से एकत्रित सैंतालीस हजार रुपये उनके निवास में शोक सभा आयोजित कर श्रद्धांजलि अर्पित कर परिजनों को प्रदान की गई।
इस संबंध में छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन बलौदा ब्लॉक के अध्यक्ष नरेश गुरुद्वान ने बताया कि बलौदा विकासखंड अंतर्गत आने वाले आलोक सराफ शिक्षक एल बी, पूर्व माध्यमिक शाला गतवा का आकस्मिक निधन होने पर संवेदना योजना के तहत एकत्रित संवेदना राशि उनके निवास जर्वे ब में जाकर शोक सभा का आयोजन कर मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित कर प्रदान की गई।
स्वर्गीय श्री आलोक सराफ की पत्नि श्रीमती महादेवी सराफ, पुत्री मुस्कान पुत्र अरशील सराफ को सैंतालीस हजार रूपये की संवेदना राशि प्रदान की गई।
*अनवरत जारी है संवेदना योजना से आर्थिक सहयोग*
रामेश्वर रात्रे एवं नरेश गुरुद्वान ने शोक सभा में कहा कि श्री आलोक सराफ बहुत ही सहज, सरल एवं अपने दायित्व के प्रति गंभीर व मिलनसार ब्यक्तित्व के धनी थे उनके असमय मृत्यु पर शिक्षक परिवार स्तब्ध है। सभी ने शोका कुल परिवार को ढाढस बंधाते हुए हर संभव सहयोग करने की बात कही।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन बलौदा के ब्लाक अध्यक्ष नरेश गुरुद्वान ने बताया कि बलौदा ब्लाक में संवेदना योजना के माध्यम से संवेदना राशि एकत्रित कर मृत शिक्षक साथी के परिजनों को आर्थिक सहयोग प्रदान करने का अभियान अनवरत जारी है, इस योजना में विकासखण्ड के प्राचार्य, ब्याख्याता, प्रधान पाठक, उच्चवर्ग शिक्षक, संकुल प्रभारी, समन्वयक, लिपिक, पंचायत सचिव, शिक्षक व विभिन्न शिक्षक संगठनों के पदाधिकारी संवेदनशीलता के साथ शामिल होकर सहयोग प्रदान करते हैं।
शोक सभा में रामेश्वर रात्रे,हरप्रसाद कूर्रे, नरेश गुरुद्वान, रामायण साहू, संजय दुबे, उत्तिर्ण दुबे,पिता रामगोपाल, माता राधा, बहन इन्दु, मंजू सुधा, अंजू सहित परिजन शामिल रहे।