नगरी। जहाँ एक तरफ पूरा विश्व मे कोरोना महामारी हाहाकार मचा रही थी वही दूसरी ओर नगरी विकासखण्ड में छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के शिक्षक अपने साथियों चिकित्सा सहयोग राशि देकर जान बचाने में लगी हुई थी,तथा जो शिक्षक इस कोरोनाकाल मे दिवंगत हुए उनके परिजनों को संवेदना राशि भी प्रदान किये।वर्तमान में 5 शिक्षक-शिक्षिकाओं का निधन हो जाने के कारण उनके लिए संवेदना राशि संकलन का कार्य चल रहा है।
*◆ विगत 4 वर्षों में 35 लाख का सहयोग कर चुके है ◆*
संघ के ब्लॉक अध्यक्ष शैलेन्द्र कौशल,सचिव टीकमचंद सिंह,कोषाध्यक्ष तोमल साहू ने बताया कि 2017 से संवेदना संकल्प राशि अभियान की शुरुवात की गई थी।इन चार वर्षों में अबतक संवेदना राशि एवं चिकित्सा सहयोग के तौर पर संगठन के द्वारा जरूरत मंद शिक्षक साथियों को 35 लाख रुपये का सहयोग किया जा चुका है। कोरोनाकाल के इस कठिन समय मे जब शिक्षक अपने कार्यों को घर बैठे कर रहे थे तब संवेदना राशि इकट्ठा करना बहुत मुश्किल था,पर इस मुश्किल हालातों को संवेदना संकल्प राशि अभियान के बीच मे रोड़ा बनने नही दिया और सभी शिक्षकों ने ऑनलाइन पेमेंट के माध्यम से दिवंगत शिक्षकों के परिजनों को एवं जरूरतमंद साथियों के खाते में सीधा ट्रांसफर किये। पिछले वर्ष प्रथम लॉकडाउन के दरम्यान संगठन की ओर से जनपद पंचायत नगरी में राशन सामग्री भेंट किया गया था,तथा इस वर्ष कोरोना मरीजों की असुविधाओं को देखते हुए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन के लिए भी सभी शिक्षकों ने बढ़ चढ़कर सहयोग राशि दिए है।
*◆शिक्षक साथी स्वस्थ होकर वापस घर आते है तो एक सुखद अहसास होता है ◆*
संघ के प्रदेश आईटी सेल प्रभारी कैलाश सोन,जिला उपाध्यक्ष तिरथराज अटल ने कहा कि जब कोई शिक्षक साथी गंभीर बीमारी से ग्रषित हो जाने या दुर्घटनाग्रस्त हो जाने पर उनको तत्काल संघ की ओर से चिकित्सा सहयोग राशि दी जाती है और जब वह पूर्णरूपेण ठीक होकर वापस घर आता है तो एक सुखद एहसास होती है।
ऐसा ही एक वाकया एक शिक्षक को ब्लड कैंसर था जिनका इलाज टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल मुंबई होना था उनके ईलाज में बहुत खर्च होने पर संघ की ओर से लगभग 1 लाख 80 हजार का सहयोग दिया गया था।कैंसर जैसी भयानक बीमारी से लड़कर आज वह पूर्णतः स्वस्थ हो गए है।