PM मोदी ने किया नेशलन डिजिटल हेल्थ मिशन लांच….पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इन केंद्र शासित राज्यों में किया जाएगा लागू

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नई दिल्ली. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से पीएम मोदी ने नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की शुरुआत का ऐलान किया. आधार कार्ड के बाद केंद्र सरकार ने डिजिटल हेल्थ कार्ड योजना शुरू करने जो रही है. इस योजना के तहत लोगों के डिजिटल हेल्थ कार्ड बनेगा जिसमे स्वास्थ्य से जुड़ी सारी जानकारी होंगी. अब इस प्रोजेक्ट को जल्द 6 केंद्र शासित राज्यों में शुरू किया जाएगा.

नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत ये डिजिटल हेल्थ आईडी प्रोजेक्ट को भारत के 6 केंद्र शासित प्रदेशों में शुरू किया जाएगा. ये केंद्र शासित प्रदेश हैं, अंडमान निकोबार, चंडीगढ़, दादरा नगर हवेली और दमन दीव, लद्दाख, लक्षद्वीप और पुडुचेरी।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि यह प्रोजेक्ट आज शुरू हो गया है. प्रधानमंत्री जी ने घोषणा की है, जिसकी हम कुछ समय से तैयारी कर रहे थे और इसके पहले फेस में हमने 6 यूनियन टेरिटरी जैसे चंडीगढ़, अंडमान निकोबार दीप समूह, दमन दादरा नगर हवेली, पुडुचेरी और लक्ष्यद्वीप इन 6 केंद्र शासित राज्यों में हम इसकी तैयारी करके उसको लॉन्च कर दिया है. रजिस्ट्री को ओपन कर दिया है.

आज लॉन्च हुई इस योजना की पायलट प्रोजेक्ट के तौर इन छह केंद्र शासित राज्यों में शुरू किया जा रहा है. इन जगहों में अस्पतालों, क्लीनिक, डॉक्टरों का रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है. वहीं लोगों की डिजिटल हेल्थ आईडी बनाई जाएगी. ये आईडी वेबसाइट के जरिए और अस्पताल में बन सकती है.

पूरे देश में किया जाएगा लागू

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी से 6 केंद्र शासित राज्यों में शुरू करने के बाद पूरे देश में शुरू किया जाएगा. और इसके अंदर देश के अंदर जितने भी मरीज हैं जो नागरिक हैं उनका एक हेल्थ आईडी बनेगा इसके अलावा डॉक्टर के तहत रजिस्ट्रेशन होगा. और हेल्थ की जो फैसिलिटी है जिसमें अस्पताल है, क्लिनिक्स हैं, यह सब कुछ जो है वह सरकारी हो चाहे प्राइवेट हो व्यापक पैमाने पर इस पर तैयारी कर ली गई है. आज देश में लॉन्च हो चुका है.

इस सवाल पर कि योजना छह केंद्र शासित राज्यों में ही क्यों लागू की जा रही है तो इस पर केंद्र सरकार का तर्क है कि अभी यह पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया जा रहा है और जल्दी से भारत के बाकी राज्यों में भी लागू किया जाएगा. इन जगहों को भी इस लिए भी चुना गया है कि यहां पर आबादी कम है और इस प्रक्रिया को जल्दी पूरा कर लिया जाएगा. वहीं अगर तकनीकी दिक्कत आती है तो अभी पता चल जाएगा. वही इस योजना में और क्या कुछ कमी है इसका भी पता समय रहते लगा लिया जाएगा.

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