रायपुर 30 जुलाई 2018। प्रदेश सरकार के 8 वर्ष पूर्ण करने वाले शिक्षाकर्मियों के संविलियन की घोषणा के बाद से ही शिक्षाकर्मियों का बड़ा तबका शासन से नाराज चल रहा है।शिक्षाकर्मियों की नाराजगी की मुख्य वजह यह है कि सरकार के द्वारा संविलियन के लिए 8 वर्ष सेवा का बंधन करना, खासकर वर्ग 3 के वेतन विसंगति एवं क्रमोन्नति का लाभ नहीं देना प्रमुख है। पहले भी संविलियन की घोषणा के पूर्व शिक्षाकर्मी अपने संविलियन की मांग को पूरा कराने के लिए सोशल मीडिया का प्रयोग करते आ रहे हैं।जब प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह विकास यात्रा में होते थे और जब Facebook में लाइव होते थे,तो शिक्षाकर्मियों के द्वारा संविलियन की मांग को लेकर बढ़-चढ़कर Facebook लाइक के दौरान कमेंट किया जाता था।यह अभियान एक बहुत बड़ा माहौल बनाने में सहायक रहा। अब जब संविलियन हो गया है और उसमें विसंगति व्याप्त है तो एक बार फिर शिक्षाकर्मियों ने आज CM साहब के Facebook लाइव के दौरान अपनी क्रमोन्नति वेतन विसंगति एवं 8 वर्ष सेवा बंधन को समाप्त करने की मांग के संबंध में सवालों की झड़ी लगा दिए। उन्होंने मुख्यमंत्री जी से मांग किया है कि संविलियन की घोषणा की सार्थकता तभी है कि जब उसमें कोई विसंगति ना रहे। शिक्षा कर्मियों ने कहा कि जब 23 वर्षों के संघर्ष के बाद आपने शिक्षाकर्मियों की समस्याओं का निदान कर ही दिया है। तो फिर उसमें कुछ विसंगति जो व्याप्त हैं उन्हें दूर कर शिक्षाकर्मियों की समस्याओं को जड़ से समाप्त कर प्रदेश के 180000 शिक्षाकर्मियों के परिवारों को सही मायने में संविलियन का लाभ प्रदान करें ।आज प्रदेश भरके अलग-अलग जगहों से Facebook लाइव के दौरान कमैंट्स किए गए।
- Advertisement -