राजनांदगांव:-24 फरवरी 2023 छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष गोपी वर्मा ने कहा है कि विकासखंड शिक्षा अधिकारी डोंगरगढ द्वारा प्राचार्य, ddo व संबंधित शिक्षक प्रधान पाठक को विकल्प पत्र भरने के लिए स्वमं दूरभाष से फोन कर सम्पर्क साध रहें व अकारण दबाव बनाकर नोटिस जारी किया है। जिलाध्यक्ष गोपी वर्मा ने बताया कि विकास खंड शिक्षा अधिकारी डोंगरगढ़ के द्वारा जिला उपाध्यक्ष चंद्रिका यादव चंद्र कुमार वर्मा शीला शर्मा छोटू सिन्हा मेघूराम वर्मा शंकरलाल सलामे व विकास खुटेल को नोटिस जारी किया है व माह फरवरी का वेतन रोकने की बात कर रहें है, जो पूर्णतः गलत है, एनपीएस अथवा ops विकल्प भरने मे एलबी संवर्ग के शिक्षक असमंजस मे है क्योंकि उनका भविष्य अभी भी अधर मे लटका हुआ है, इसका मूल कारण उनकी नियुक्ति 1998 से 2016 के बीच हुई है किंतु उनकी पेंशन हेतु सेवा अवधि की गणना संविलियन जुलाई 2018 के बाद मानते हुए विकल्प पत्र भराया जा रहा है, जिसके कारण से अधिकांश एल बी संवर्ग कर्मचारी ओल्ड पेंशन की पात्रता हेतु 10 वर्ष की सेवा अवधि से भी बाहर हो रहे हैं।
साथ ही साथ 33 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण न करने के कारण पूर्ण रूप से ओल्ड पेंशन की पात्रता को अर्जित नहीं कर पा रहें है, सबसे पहले शासन – प्रशासन यह स्पष्ट करें कि प्रथम नियुक्ति ही पेंशन का आधार होगा। इस आशय का पत्र शासन को दिया गया है, किन्तु स्पष्टीकरण जारी करने के बजाय दबाव बनाया जा रहा है, इसकी खिलाफत करेंगे।
क्योंकि पुरानी सेवा अवधि को आधार मानकर ही शिक्षा विभाग में संविलियन किया गया है तो फिर पेंशन की गणना मे यह विसंगति क्यों? अतः हमें प्रथम नियुक्ति से ही पुरानी पेंशन प्रदान करने हेतु स्पष्ट आदेश जारी की जाए, ताकि हम कोई दुविधा मे ना रहे, अधिकारी हमारी समस्याओं को ध्यान न देकर केवल शिक्षकों को विकल्प भरने हेतु दबाव बना रहे है और इसमें पूरे प्रशासन तंत्र लगा हुआ है। अधिकारी खुद यह बताने में अक्षम की शिक्षको के प्रथम नियुक्ति से पेंशन क्यो लागू नही किया गया, अगर उन्हें मालूम है तो सार्वजनिक पत्र जारी कर शिक्षको को संतुष्ट करें।
साथी ही एनपीएस में जमा राशि किस तरह से कर्मचारियों को प्राप्त होगा, अधिकारी यह भी बताने में तैयार नहीं है क्योंकि 1 अप्रैल 2022 से एनपीएस अकाउंट में राशि जमा नहीं की जा रही है सालों से राशी बनाने जमा नहीं होने से खाता स्थायी तौर पर बंद होने की संभावना है ,जिससे भविष्य में पैसा कैसे मिलेगा इस विषय पर भी शिक्षकों में असमंजस की स्थिति है।