रायपुर। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी पी सिंह रावत व छत्तीसगढ़ के प्रदेश संयोजक संजय शर्मा, प्रदेश संयोजक वीरेंद्र दुबे, लैलूंन भारद्वाज, रोहित तिवारी, तुलसी साहू, निर्मल साहू, राष्ट्रीय आईटी सेल प्रभारी बसंत चतुर्वेदी, राजेश शर्मा, प्रदेश सह संयोजक सुधीर प्रधान, वाजीद खान, हरेंद्र सिंह, देवनाथ साहू, प्रवीण श्रीवास्तव, विनोद गुप्ता, डॉ कोमल वैष्णव, मनोज सनाढ्य, शैलेन्द्र पारीक ने कहा है कि बाजार आधारित NPS योजना के जगह पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने की मांग को लेकर राष्ट्र व्यापी पेड़ लगाओ, पर्यावरण बचाओ, के साथ पुरानी पेंशन बहाली का अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत 12 जुलाई को सभी NPS कर्मचारी व शिक्षक अपने घर के गमला, अपने स्कूल, कार्यालय, कृषि भूमि, चारागाह, मैदान, सड़क, नदी, नाला, रेलवे लाइन के किनारे पौधे लगाकर भविष्य के पर्यावरण का संरक्षण करते हुए अपने सेवाकाल के पश्चात सेवा निवृति होने पर अपने बुढ़ापे के लिए पुरानी पेंशन लागू करने की मांग करेंगे।
*12/07/20 को पेड़ लगाएं, पुरानी पेंशन पाएं कार्यक्रम के तहत छत्तीसगढ़ में हजारो पौधे लगाये जायेंगे, पौधे के साथ सेल्फी/फ़ोटो लेकर सभी सोशल/प्रिंट/इलेक्टानिक मीडिया में प्रचार करके प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री से पुरानी पेंशन की मांग करेंगे।*
प्रधान मंत्री व मुख्यमंत्री के नाम संबोधन करके चलाए जा रहे पर्यावरण संरक्षण में *हमारा मिशन – पुरानी पेंशन* का टैग लाइन लिखकर मांग किया जाएगा, जिसमे समस्त विभाग के कर्मचारी, शिक्षक, लिपिक, स्वास्थ्य कर्मचारी, अधिकारी, रेलवे कर्मी, पुलिस कर्मी, बैंक कर्मी, पैरा मिलिट्री के जवानों के बुढ़ापे का सहारा *पुरानी पेंशन बहाल कीजिए* का संदेश होगा।
छत्तीसगढ़ में 2.80 लाख कर्मचारियो के लिए पुरानी पेंशन बहाली हेतु प्रदेश संयोजक संजय शर्मा, वीरेंद्र दुबे, लैलूंन भारद्वाज, रोहित तिवारी, तुलसी साहू, निर्मल साहू जी की संयुक्त भूमिका में संघर्ष जारी है, प्रदेश के सभी कर्मचारी संघ व शिक्षक संघ के साथ ही समस्त कर्मचारी तथा शिक्षको को भी एनपीएस के जगह पुरानी पेंशन के लिए एकजुट होकर मांग करते हुए समर्थन देने की अपील की गई है
*पुरानी और नई पेंशन स्कीम में अन्तर इस तरह स्पष्ट किया गया है कि*
पुरानी पेंशन व्यवस्था का शेयर मार्केट से कोई संबंध नहीं था।इसके अन्तर्गत सेवानिवृत्त कर्मचारी को पेंशन देना सरकार का दायित्व होता था, पुरानी पेंशन में हर छः माह पर डीए जोड़ा जाता था, जबकि न्यू पेंशन स्कीम एक म्यूचुअल फंड की तरह है. ये शेयर मार्केट पर आधारित व्यवस्था है।
एनपीएस कर्मचारी या अधिकारी जिस दिन वह रिटायर होता है, उस दिन जैसा शेयर मार्केट होगा, उस हिसाब से उसे 60 प्रतिशत राशि मिलेगी. बाकी के 40 प्रतिशत के लिए उसे पेंशन प्लान लेना होगा, पेंशन प्लान के आधार पर उसकी पेंशन निर्धारित होगी।