*हमारा मिशन – पुरानी पेंशन, एक नेशन – पुरानी पेंशन के साथ रखेंगे मांग*
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी पी सिंह रावत व छत्तीसगढ़ के प्रदेश संयोजक संजय शर्मा, प्रदेश संयोजक वीरेंद्र दुबे, प्रदेश सह संयोजक सुधीर प्रधान, वाजीद खान, हरेंद्र सिंह, देवनाथ साहू, बसंत चतुर्वेदी, प्रवीण श्रीवास्तव, विनोद गुप्ता, मनोज सनाढ्य, शैलेन्द्र पारीक ने कहा है कि बाजार आधारित NPS योजना के जगह पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने की मांग को लेकर पुरानी पेंशन बहाली का अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत 15 अगस्त को शाम 3 बजे से 6 बजे के मध्य सभी NPS कर्मचारी व शिक्षक twitter पर मांग करते हुए अपने सेवाकाल के पश्चात सेवा निवृति होने पर अपने बुढ़ापे के लिए पुरानी पेंशन लागू करने की मांग करेंगे।
ट्वीट के जरिये पुरानी पेंशन बहाली की मांग प्रधानमंत्री जी व मुख्यमंत्री जी तक पहुचाएंगे।
पुरानी पेंशन की मांग ट्वीटर पर डालकर पीएमओ व सीएमओ छत्तीसगढ़ को टैग करके छत्तीसगढ़ के 3 लाख एन पी एस कर्मचारी व शिक्षक अपनी मांग रखेंगे
#NPS_QUIT_INDIA टैग लाइन लिखकर ट्वीटर कैंपेन चलाकर पुरानी पेंशन की मांग को लेकर एन पी एस से आजादी दिलाने 15 अगस्त को अभियान चलाएंगे, जिसमे समस्त विभाग के कर्मचारी, शिक्षक, लिपिक, स्वास्थ्य कर्मचारी, अधिकारी, रेलवे कर्मी, पुलिस कर्मी, बैंक कर्मी, पैरा मिलिट्री के जवानों के बुढ़ापे का सहारा *पुरानी पेंशन बहाल कीजिए* का संदेश होगा।
छत्तीसगढ़ में 3 लाख कर्मचारियो के लिए पुरानी पेंशन बहाली हेतु प्रदेश संयोजक संजय शर्मा व प्रदेश संयोजक वीरेंद्र दुबे की संयुक्त भूमिका में संघर्ष जारी है।
पुरानी और नई पेंशन स्कीम में अन्तर इस तरह स्पष्ट किया गया है कि –
‼️पुरानी पेंशन व्यवस्था का शेयर मार्केट से कोई संबंध नहीं था, इसके अन्तर्गत सेवानिवृत्त कर्मचारी को पेंशन देना सरकार का दायित्व होता था, पुरानी पेंशन में हर छः माह पर डीए जोड़ा जाता था, जबकि न्यू पेंशन स्कीम एक म्यूचुअल फंड की तरह है. ये शेयर मार्केट पर आधारित व्यवस्था है।
‼️एनपीएस कर्मचारी या अधिकारी जिस दिन वह रिटायर होता है, उस दिन जो शेयर मार्केट होगा, उस हिसाब से उसे 60 प्रतिशत राशि मिलेगी. बाकी के 40 प्रतिशत के लिए उसे पेंशन प्लान लेना होगा, पेंशन प्लान के आधार पर उसकी पेंशन निर्धारित होगा।