धमतरी। छत्तीसगढ़ टीचर्स एगसोसिएशन के जिलाध्यक्ष डॉ भूषण लाल चन्द्राकर प्रांतीय उपाध्यक्ष देवनाथ साहू कोषाध्यक्ष शैलेन्द्र पारीक श्रीमती उषा साहू बी यदु नंदकुमार साहू गणेश प्रसाद साहू तीरथ राज अटल एन आर बघेल बलराम तारम रामदयाल साहू कैलाश प्रसाद साहू डॉ आशीष नायक खूबलाल साहू राहुल नेताम रामप्रसाद नाग सविता छाटा मंजूषा साहू शैलेन्द्र कौशल ब्लाक अध्यक्ष नगरी दिनेश साहू कुरुद गेवाराम नेताम धमतरी रमेश यादव मगरलोड कैलाश सोन रूपेश सोनी टीकम सिन्हा ज्ञानेश्वर सिन्हा अशोक साहू वीरेंद्र साहू तोमल साहू शिवशंकर साहू लोमश साहू गुहराम निषाद धर्मराज मण्डावी शीतल नायक दीपेंद्र साहू हरीश गजेन्द्र रामशरण मिश्रा नारद देवांगन,दिनेश नेताम महादेव साहू ने कहा है कि धमतरी के डुबान क्षेत्र में पदस्थ शिक्षक किशन मण्डावी को जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा एक सप्ताह के अंदर लगातार दो बार स्थानांतरण किया गया है । छत्तीसगढ़ टीचर्स एशोसिएशन जिला धमतरी के जिलाध्यक्ष डॉ भूषण लाल चन्द्राकर ने बताया कि डुबान क्षेत्र के शिक्षक किशन मण्डावी जो कि शासकीय माध्यमिक शाला कोहका में पदस्थ है जिनका निवास ग्राम तिर्रा है विगत दिनों तिर्रा में दो संप्रदायों के मध्य कुछ मतभेद हुआ था जिसमें शिक्षक का नाम जबरदस्ती जोड़ा जा रहा है जबकि उक्त दिवस शिक्षक किशन मंडावी ग्राम से लगभग 100 किलोमीटर दूर रायपुर में थे जिसका पूर्ण प्रमाण संबंधित शिक्षक द्वारा विभाग को दिया जा चुका है उसके बाद उन्हें जबरदस्ती नजूल जमीन की विवाद में लपेटा जा रहा है जबकि ऐसा कोई मामला है तो इस। पर राजस्व विभाग द्वारा निरीक्षण उपरांत उचित कार्यवाही की जातीए है।परन्तु जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय धमतरी द्वारा शिक्षक के पक्ष जाने बिना एकतरफा कार्रवाई करते हुए उन्हें सात 70 किलोमीटर दूर स्थानांतरित कर दिया गया है।वो भी एक सप्ताह में दो बार जबकि वर्तमान में राज्य शासन द्वारा स्थानांतरण पर रोक है। जिसके विरोध में छत्तीसगढ़ टीचर्स एशोसिएशनजिला धमतरी द्वारा 18 अगस्त को जिलाधीश कार्यालय में ज्ञापन सौंपा गया संघ के अध्यक्ष डॉक्टर भूषण लाल चंद्राकर ने जिला प्रशासन से मांग की है कि किसी भी कर्मचारियों के ऊपर कार्यवाही करने के पूर्व उन्हें अपने पक्ष रखने का पूर्ण अवसर दिया जाना चाहिए साथ ही उक्त प्रकरण में विकलांग शिक्षक के ऊपर की गई कार्यवाही का संघ पुरजोर विरोध करती है एवं स्थानांतरण आदेश को तत्काल रद्द करने की मांग करती है विदित हो कि संबंधित क्षेत्र के सरपंच एवं समस्त पंचायत प्रतिनिधि शिक्षक के समर्थन में जिलाधीश महोदय को ज्ञापन सौंप चुके हैं एवं निर्दोष शिक्षक पर की गई कार्यवाही को वापस लेने की मांग की है छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन का कहना है कि जब पूरा पंचायत शिक्षक को निर्दोष बता रहे हैं एवं सारे सबूत शिक्षक को निर्दोष सिद्ध कर रहे हैं ऐसे में जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा विकलांग शिक्षक पर की गई कार्यवाही निश्चित ही अधिकारी की हठधर्मिता को सिद्ध करता है इससे शिक्षक मानसिक एवं शारीरिक रूप से परेशान है शिक्षक को किसी भी प्रकार की शारीरिक या मानशिक क्षति होने पर समस्त जिम्मेदारी जिला शिक्षा अधिकारी की होगी।एवम आदेश रद्द न करने की स्थिति में संघ किसी भी स्तर पर विरोध करने हेतु बाध्य होंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।