चकरभठा कैम्प। इंडियन सोसायटी फॉर द प्रमोशन आफ इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिटरेचर ISPELL
के राष्ट्रीय कार्यकारिणी परिषद का वर्चुअल बैठक अपराह्न 12:00 बजे आरंभ हुआ, जिसमें भारतवर्ष के प्रत्येक प्रांतों के विद्वान प्राध्यापको अंग्रेजी के शिक्षकों ने भाग लिया राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ ज्योति पाटील महाराष्ट्र ,ने शिक्षकों के साथ शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों के बीच अंग्रेजी भाषा और साहित्य के उपयोग और उन पर दक्षता हासिल करने के नवाचारी तरीकों का प्रयोग करने पर लिए बल दिया ।
बैठक में सबसे पहले आइस्पेल, इंडिया के नियमावली पर विस्तृत चर्चा की गई इनके साथ ही पूरे भारतवर्ष के अलग-अलग प्रांतों में फोरम गठित करने पर बल दिया गया और ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थी ,शिक्षक के शोधार्थी इस में जुड़ सकें इनके लिए एक अभियान चलाया जाएगा, जिसके तहत अंग्रेजी भाषा की महत्व, उपयोगिता और उसमें दक्षता हासिल कर अंग्रेजी साहित्य व भाषाका वर्तमान परिवेश में वैश्विक उपयोगिता तथा प्रचार प्रसार किया जाएगा साथ ही अंग्रेजी भाषा और साहित्य के प्रति दूरस्थ अंचलों में छात्रों के बीच में एक अदृश्य भय व्याप्त रहता है उसे दूर कर सहज और सरल रूप में कैसे हम अंग्रेजी भाषा का प्रयोग दैनिक जीवन में करते हुए अंग्रेजी साहित्य में दक्षता हासिल करें इसके लिए विद्वान प्राध्यापक और शिक्षकों ने अपने विचार रखें । भविष्य में वातावरण अनुकूल होने पर शीघ्र ही एक राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम होगा तथा प्रतीक प्रांत में स्थित फोरम का गठन किया जा रहा है मनोज सनाड्य ने बताया की छत्तीसगढ़ फोरम में प्रत्येक दूसरे और तीसरे शनिवार कोअंग्रेजी भाषा और साहित्य पर शत् परिचर्चा के साथ विद्वान आचार्य द्वारा साहित्य और अंग्रेजी भाषा पर परिचर्चा एवं उद्बोधन होता है ,इसी तरह से प्रत्येक रविवार को सायंकाल 4:00 बजे आइस्पेल इंडिया द्वारा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के देश और विदेश के अंग्रेजी भाषा और साहित्य के मूर्धन्य विद्वानों के द्वारा संडे साहित्य सत्संग का आयोजन किया जाता है जिसमें विद्वत जनों के विचार अंग्रेजी भाषा साहित्य एवं वैश्विक प्रवेश पर समसामयिक विषयों पर उद्बोधन का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है आज की बैठक में डा ज्योति पाटिल ,डाँ जी ए घनश्याम,डा.मुरली कृष्णन ,डॉ इंद्राणी ,डॉ राकेश दामीर,रंजन देवनाथ डॉ.क्षमता,डा प्रशांत चक्रवर्ती, डाअशोक सचदेवा, डॉ पायल ,प्रमोद ढेंगे, राकेश दिघ्रसकर, डॉ इंद्रा णी एम आर, सहित कार्यकारिणी परिषद के सभी पदाधिकारी व सदस्यगण उपस्थित रहे।