रायपुर। छ ग सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने उनको व फेडरेशन को बदनाम करने के उद्देश्य से जारी किए वेब न्यूज व आडियो का खंडन करते हुए कहा कि लगातार हम अपनी मांगों पर सरकार का ध्यान अपनी ओर खींचने में कामयाब हुए जिसके चलते अन्य संघ भयभीत हो गए है।
मैंने वेतन विसंगति के निदान के सम्बंध में किसी साथी से बात की आडियो में मैने कुछ गलत नही कहा है फेडरेशन में सभी वर्ष के साथी अग्रिम पंक्ति में जुड़े है जो डेलिगेशन का हिस्सा रहे है वर्ष 2009, 2011, 2000, 2005,से सभी जवाबदार पदाधिकारी हमारे साथ हर चर्चा में रहते है।मेरे द्वारा मांग पर कभी व्यक्तिगत चर्चा नही किया गया।
फेडरेशन कि मूल मांग वेतन विसंगति का निराकरण करना ही रही है हमने सभी साथी को अधिकार दिलाने की जवाबदारी उठाई है और हम पूरी ईमानदारी से कार्य कर रहे है ।
साथियो हम सबको ऐसे स्वयम्भू लोगो के गलत इरादों से बचना होगा जो लोग हमारी एकता को कमजोर करना चाहते है उनको बताना होगा कि फेडरेशन ही एक मात्र संघ है जो अंतिम पंक्ति के सहायक शिक्षको को न्याय दिलाने का प्रयास कर रहा है।
हमारे ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाया जा रहा चंदा करने का फेडरेशन ने आम साथियो से एक रुपए का सहयोग नही मांगा है ।
आम साथी खुद तय करे कि क्या फेडरेशन कभी संघर्ष शुल्क के नाम से दुकानदारी चलाने का प्रयास किया ।
जो लोग आज तक सिर्फ और सिर्फ वर्ग 3 के कंधे पैर रख कर आगे बढ़े वो फेडरेशन से सवाल कर रहे है।
हमे ऐसे षडयंत्र करने वाले लोगो के मंसूबो को समझना होगा।
हमारी जब भी वार्ता होगी मै मनीष मिश्रा पूरी जवाबदारी से यह बात कहता हु की हमारी डेलिगेशन टीम में सभी वर्ष के साथियो को हम अपने साथ लेकर चर्चा करेंगे।
हमारी टीम में 1998 ,2000, 2005 ,2009,2011 में नियुक्त पदाधिकारीगणों को हमने सदैव साथ रखा और आगे भी वे साथ रहेंगे ।
आप सभी शिक्षक है कौन किसके लिए क्या कर रहा है ये भली भाती जानते है।
हमने वेतन विसंगति की मांग उठाई है और अंतिम समय तक हमारी मांग वही रहेगी।
सरकार से हमारी एक मांग ही है सहायक शिक्षको की वेतन विसंगति का निदान हमारी पहली प्रथमिकता।