सूरजपुर छत्तीसगढ़ के पंचायत शिक्षकों की वर्षो पुरानी मांग शिक्षा विभाग में संविलियन की पूरी होते दिख रही है परन्तु वास्तव में आर्थिक लाभ क्रमोनत वेतन देते हुये वर्ष बंधन समाप्त कर सभी का संविलियन करने से होगा
छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री रंजय सिंह ने वताया की सरकार के संविलियन के निर्णय का हम स्वागत करते है परन्तु यदि क्रमोनत वेतन मान देते हुए सभी का एक साथ संविलियन होता तो कोई असंतोष की स्थिति निर्मित नही होगी , शिक्षा कर्मी अपनी स्थिति सुदृढ करने हेतु लंबे समय से संघर्ष रत्त रहे है प्रदेश की सरकार ने अब जाकर संबिलियन की घोषणा की है जिसका संघ स्वागत करता है परन्तु लम्बे समय से एक ही पद पर पदस्थ पंचायत शिक्षकों को क्रमोनत वेतनमान देने से ही पंचायत शिक्षकों को आर्थिक रूप से लाभ प्राप्त हो पायेगा । वेतन विसंगति भी क्रमोनत वेतनमान देने से समाप्त हो जाएगी साथ ही सरकार को सभी शिक्षा कर्मियों का एक साथ संबिलियन शिक्षा विभाग में करना चाहिये ।
केबिनेट के निर्णय अनुसार रिक्त पद पर भर्ती होगी ऐसी स्थिति में हमारे शिक्षक पंचायत आठ वर्ष होने का इंतजार करेंगे एवं नई भर्ती से नियुक्त शिक्षक वरिष्ट होकर लाभ प्राप्त कर लेंगे एवं पूर्व से नियुक्त शिक्षक पंचायत कनिष्ठ हो जाएंगे जो उचित नही है ।
श्री सिंह ने बताया कि संविलियन की निम्नांकित विसंगतियों को दूर करने के बाद ही असली संबिलियन का लाभ शिक्षक पंचायत को मिल पायेगा ,सहायक शिक्षक पंचायत के पुनरीक्षित वेतनमान में चली आ रही विसंगति को दूर कर क्रमोन्नति का लाभ देते हुए संविलियन किया जाना चाहिये ,1998 से कार्यरत व्याख्याता पंचायत को न तो पदोन्नति मिली है और न ही क्रमोन्नति जबकि शिक्षक और सहायक शिक्षक पंचायत के अधिकांश शिक्षक जो 1998 से कार्यरत थे उन्हें पदोन्नति मिल चुकी यहां तक कि बहुत सारे सहायक शिक्षक पंचायत पदोन्नत होकर व्याख्याता बन चुके हैं ऐसे में संविलियन पश्चात वेतन निर्धारण में इन्हें अपेक्षित लाभ नही मिला है इसलिए इस वर्ग में भी मायूसी है ,10 वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुके सभी पंचायत शिक्षकों को क्रमोन्नत वेतनमान प्रदान कर सातवें वेतनमान में वेतन निर्धारण का लाभ दिया जाना चाहिये साथ ही मध्यप्रदेश के समान छ ग में भी समस्त पंचायत शिक्षकों का वर्ष बंधन मुक्त संविलियन होना चाहिये तभी सभी पंचायत शिक्षक संतुष्ट होंगे ।
श्री सिंह ने बताया कि समस्त शिक्षक पंचायत एक साथ मिल कर शासन के समक्ष मांग रखे , संघर्ष किये जिसका परिणाम है संविलियन इस लिये सबका संविलियन क्रमोन्नति वेतनमान देते हुये कर के शासन को न्याय करना चाहिये ।