सूरजपुर 13 मई 2018।छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा यात्रा का आयोजन किया जा रहा है छत्तीसगढ़ के विकास में शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षा कर्मी की भी महत्वपूर्ण भूमिका है इस लिये शासन को शिक्षक पंचायत संवर्ग के साथ न्याय करते हुये शिक्षा विभाग के नियमित पदों पर संविलियन की घोषणा करनी चाहिये।
छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री रंजय सिंह ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया है कि शिक्षा के क्षेत्र में जो विकास नज़र आ रहा है वह शिक्षक पंचायत संवर्ग की मेहनत से संभव हो सका है शिक्षा कर्मी शहर के साथ साथ दुरस्त अंचल पहुँच विहीन क्षेत्र में अपनी सेवाये देकर शिक्षा का अलख जगा रहे है इस कारण से शासन का मान सम्मान बढ़ा है , शिक्षा कर्मी अल्प वेतन में कार्य करते हुये आज इस मुकाम पर है कि कई शिक्षा कर्मी सेवा निबृत होने की कगार पर है एवं अल्प वेतन होने के बाद भी अच्छा कार्य करते हुये शिक्षा का ग्राफ हमेशा आगे बढ़ाए हुए है । आज पूरी शिक्षा व्यवस्था में अध्यापन कार्य शिक्षक पंचायत संवर्ग के भरोसे ही है ऐसी स्थिति में शासन को इनके भविष्य के बारे में सोच कर शासकीय पदों पर वरिष्टता के साथ संबिलियन कर शिक्षक पंचायत वर्ग का भी विकास करना चाहिये जिससे सभी शिक्षा कर्मी पूर्ण मनोयोग के साथ कार्य कर शिक्षा के क्षेत्र को और ऊँचा मुकाम पर पहुचाने का कार्य करेंगे ।
श्री सिंह ने बताया कि शिक्षक पंचायत संवर्ग की मेहनत के बदौलत ही आज दुरस्त क्षेत्र के छात्र मेरिट लिस्ट में अपना नाम अंकित करा पा रहे है एवं सफलता का प्रतिशत भी बढ़ा है , बढ़ती महंगाई को देखते हुये वर्तमान वेतन में परिवार के साथ जीवन यापन मुश्किल से हो पा रहा है सबसे ज्यादा परेशानी सहायक शिक्षक पंचायत वर्ग को हो रहा है क्यो की शिक्षक पंचायत एवं सहायक शिक्षक पंचायत के वेतन में लम्बा अंतर है पदोन्नत्ति के पात्र होने के बाद भी पदोन्नत्ति नही हो रहा है क्रमोनत वेतनमान भी नही मिल रहा है जब कि दुरस्त पहुँच विहीन क्षेत्र में प्राथमिक शिक्षा सहायक शिक्षक पंचायत ही सम्भाल रहे है । शासन यह मानती है कि छतीसगढ़ में विकास हुआ है तो यह नही भूलना चाहिये कि इस विकास में हम सब शिक्षक पंचायत की भी भूमिका महत्वपूर्ण रही है आने वाले समय मे नियमित शिक्षक तेजी से सेवानिवृत्त हो रहे है ऐसी स्थिति में विभाग के बंद होने का खतरा मंडरा रहा है जब कर्मचारी ही नही रहेंगे तो बिभाग कहा रह पाएगा , इस लिए सभी शिक्षक पंचायत संवर्ग का संविलियन कर विभाग को भी बचाया जा सकता है इन्ही सभी विषय को लेकर महापंचायत का आयोजन रायपुर में किया गया था जिसमे लिये निर्णय अनुसार सभी 90 विधान सभा क्षेत्र के मुख्यालय स्तर पर 26 मई को संविलियन सभा का आयोजन होगा ।
छतीसगढ़ शासन के सकारात्मक सोच के कारण ही आज शिक्षा कर्मियों के आर्थिक स्थिति में कुछ सुधार संभव हुआ है परन्तु अभी भी समय पर वेतन नही मिलना ,समय पर पदोन्नत्ति नही होना , सीपीएफ राशि कटौती के बाद खाता में जमा नही होना , स्थानांतरण नीति जटिल होने के कारण इसका लाभ नही मिल पाना इत्यादि समस्याओं से ग्रसित है जिसका निदान भी अत्यंत आवश्यक है ।
प्रदेश महामंत्री रंजय सिंह ने छत्तीसगढ़ शासन के मुखिया डाँ रमन सिंह से विकास यात्रा में शिक्षक पंचायत संवर्ग के संविलियन की घोषणा करने की मांग की है अगर शासन ऐसा करती है तो 180000 शिक्षा कर्मी एवं उनका परिवार भव्य सम्मेलन आयोजित कर शासन का सम्मान करेंगे ।