विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के कोरोना संक्रमण के लिए जिला शिक्षा विभाग को जवाबदारी लेने की बात कही एवं 50 लाख का बीमा कवर देने की मांग की गई
विदित हो कि छत्तीसगढ़ में वैश्विक महामारी कोविड-19 के पढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग मंत्रालय द्वारा 19 मार्च को पत्र जारी कर राज्य के समस्त शासकीय एवं निजी विद्यालयों तथा शिक्षण संस्थाओं को आगामी आदेश तक बंद करने का आदेश जारी किया गया है। इस परिस्थिति में विद्यार्थियों को अध्ययन अध्यापन से जोड़ने के लिए ऑनलाइन अध्यापन पर जोर दिया गया है एवं स्वैच्छिक रूप से मोहल्ला क्लास पर जोर दिया गया है। मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री द्वारा भी अपने वक्तव्य में छत्तीसगढ़ में स्थिति सामान्य होने पर ही विद्यालय प्रारंभ करने की बात कही जा रही है। परंतु शासन एवं प्रशासन के उच्च निर्देशों को अवहेलना करते हुए जिला शिक्षा विभाग धमतरी द्वारा दिनांक 5 दिसंबर एवं 26 दिसंबर को कार्यवाही विवरण पत्र जारी करते हुए कक्षा 10वीं एवं 12वीं का विशेष कोचिंग उपचारात्मक शिक्षण तथा प्राथमिक माध्यमिक का अनिवार्यता मोहल्ला क्लास लगाने हेतु दबाव पूर्वक संस्था प्रमुखों तथा शिक्षकों को बाध्य किया जा रहा है।
जिला शिक्षा विभाग के इस दबाव पूर्वक कार्य कराने को लेकर धमतरी जिले के शैक्षणिक संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है। शैक्षणिक कर्मचारी संगठन मंच जिला धमतरी के बैनर तले कर्मचारी नेताओं पदाधिकारियों एवं शिक्षक सदस्यों ने इसको लेकर आक्रोश जाहिर करते हुए आज दिनांक 29 दिसंबर को माननीय मुख्यमंत्री, माननीय शिक्षा मंत्री, माननीय मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव शिक्षा, संचालक लोक शिक्षण संचनालय को जिलाधीश धमतरी के माध्यम से ज्ञापन सौंपकर इस दबाव पूर्वक कार्य कराने को बंद कराने की मांग की गई है। जिलाधीश के प्रतिनिधि डिप्टी कलेक्टर अर्पिता पाठक ने ज्ञापन लिया। शैक्षणिक कर्मचारी संगठन मंच जिला धमतरी के पदाधिकारी गण डॉ भूषण लाल चंद्राकर जिलाध्यक्ष छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन, राजेंद्र चंद्राकर जिला अध्यक्ष छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ, नवीन चंद्राकर जिला अध्यक्ष छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ, हरीश सिन्हा जिलाध्यक्ष संयुक्त शिक्षक संघ, दयालु राम साहू जिलाध्यक्ष छत्तीसगढ़ शिक्षक फेडरेशन, खुमान सिंह ठाकुर जिला अध्यक्ष राज्य कर्मचारी संघ, दीपक ठाकुर जिलाध्यक्ष छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक संघ, प्रवीण साहू जिला अध्यक्ष छत्तीसगढ़ विद्यालीन कर्मचारी संघ सहित पदाधिकारियों ने बताया कि विशेष कोचिंग व उपचारात्मक शिक्षण के नाम पर विद्यार्थियों को विद्यालय बुलाकर अध्यापन करवाना तथा स्वैच्छिक मोहल्ला क्लास के बदले में अनिवार्यता मोहल्ला क्लास लगाने के लिए दबाव डालना विद्यार्थियों तथा शिक्षकों के स्वास्थ्य सेहत तथा सुरक्षा को नजरअंदाज करना है तथा जोखिम में रखना है। पदाधिकारी गण देवनाथ साहू, बलराम तारम, ममता खालसा, अमित महोबे, एपी साहू, चंदन सिंह तुरंग, कपिल दास देश लहरे, योगेश लुनिया सहित पदाधिकारियों ने बताया कि जिला शिक्षा विभाग के इस तानाशाही एवं हठधर्मिता पूर्वक रवैया के कारण जिले में विद्यार्थियों को कोरोना संक्रमण का भय बना हुआ है तथा शिक्षक संवर्ग कोरोना संक्रमण के शिकार हो रहे हैं एवं एक शिक्षक का आकस्मिक निधन हो गया है जिसकी जिम्मेदारी किसकी है? अतः शैक्षणिक संगठन मंच धमतरी द्वारा जिला शिक्षा विभाग धमतरी द्वारा दबाव पूर्वक एवं भय का वातावरण निर्मित कर विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को विद्यालय बुलाकर एवं अनिवार्यता मोहल्ला का संचालन करने को निरस्त करने तथा इस प्रकार कक्षा संचालन करने को स्थगित करने की मांग की गई है।अन्यथा जिला शिक्षा विभाग द्वारा विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के कोरोना संक्रमण होने की स्थिति में संपूर्ण जवाबदारी लेते हुए 50 लाख का बीमा कवर प्रदाय करने संबंधित स्पष्ट आदेश जारी करने की मांग की गई है और यदि ऐसा नहीं होता तो भविष्य में मंच बैठक आयोजित कर आगामी रणनीति तैयार करेगी।
आज के ज्ञापन सौंपने के कार्यक्रम में पदाधिकारी गण रामदयाल साहू, कैलाश प्रसाद साहू, डॉ आशीष नायक, कौशल चंद्राकर, राहुल नेताम, गेवाराम नेताम, ज्ञानेश्वर सिन्हा, प्रदीप सिन्हा, दिनेश सोनकर, आलोक मत्स्यपाल, भगवती सोनी, देव कुमार यादव, संजय सिन्हा, विनोद बरैया सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी गण एवं शिक्षक संवर्ग उपस्थित थे।