सरकार जल्द लें कर्मचारियों के मांगों पर निर्णय, कर्मचारी संगठनों की मांग

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राजनांदगाँव । शिक्षक कर्मचारी संगठन छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन छत्तीसगढ़ जिला राजनांदगांव के जिला अध्यक्ष गोपी वर्मा,प्रवक्ता देवेन्द्र साहू ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा की सरकार राज्य के कर्मचारियों की मांगों पर जल्द से जल्द सहानुभूतिपूर्वक निर्णय लेने की अपील किया है। उन्होंने बताया की छत्तीसगढ़ सरकार के घोषणा पर आशान्वित राज्य के कर्मचारी संगठनों ने वर्ष 2019 में शासन के विरुद्ध कोई भी हड़ताल नहीं किया है तथा छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन व विभिन्न कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों से केबिनेट मंत्रियों से सौजन्य मुलाकात/ज्ञापन सौपनें जैसे कार्यक्रमों में भी वायदा किया गया था की वर्ष 2019 किसानों के लिए है तथा वर्ष 2020 कर्मचारियों के लिए रहेगा की बात कही गयी जिससे राज्य के सभी कर्मचारी आशान्वित होकर वर्ष 2020-21 के बजट सत्र में महत्वपूर्ण घोषणा के इंतजार किये किन्तु इस बजट सत्र में भी निराशा ही हाथ लगा .छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन संघ जिला राजनांदगाँव द्वारा वित्तीय मितब्यवता एवं वित्तीय अनुशासन के नाम पर राज्य के कर्मचारियों को जुलाई 2020 को मिलने वाली वार्षिक वेतन वृद्धि को विलंबित करने, महंगाई भत्ता बहाल कर घोषणा करने,पदोन्नति/क्रमोन्नति प्रदान करने व मिलने वाले देय एरियर्स राशि भुगतान पर लगाई गई रोक को जल्द से जल्द बहाल करने की मांग संघ ने किया है.संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन वित्त विभाग के द्वारा 27 मई 2020 को वित्तीय मितब्यवता एवं वित्तीय अनुशासन के नाम पर जारी निर्देश की कंडिका 2.2 में पदोंन्नती में क्रमोन्नति मिलने पर एरियर्स राशि के भुगतान पर तथा कंडिका 2.9 में राज्य के शासकीय सेवकों को 1 जुलाई 2020 तथा 1 जनवरी 2021 को देय वार्षिक वेतन वृद्धि में रोक लगाकर राज्य के कर्मचारियों के आर्थिक हितों पर कुठाराघात करने जैसा आदेश निकला है तथा इस आदेश से पुरे राज्य भर के कर्मचारियों में असंतोष व्याप्त है. वर्तमान में अभी कोरोना जैसे वैश्विक महामारी से छत्तीसगढ़ भी अछूता नहीं रहा किन्तु राज्य के समर्पित शासकीय डॉक्टर,स्टॉफ नर्स, कर्मचारी तथा अधिकारीगण अपनी जान जोखिम में डालकर विषम परिस्तिथियों में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं.राज्य शासन के सभी कार्यों में कर्मचारियों का योगदान रहता है .आज उक्त आदेश से छत्तीसगढ़ राज्य के पुरे कर्मचारियों में हताशा है तथा कोरोना के बचाव में अपनी जान की परवाह किये बिना सेवाभाव से कार्य करने वाले कर्मचारियों एवं अधिकारीयों में हताशा है. अतः कोविड-19 में कार्य करने वाले समस्त कर्मचारियों का 50 लाख का बीमा व् मृत हुए सभी साथियों को जल्द से जल्द बीमा राशी का भुगतान की जाए तथा राज्य छत्तीसगढ़ शासन के वित्त विभाग द्वारा 27 मई 2020 के आदेश कंडिका क्रमांक 2.2 एवं 2.9 को तत्काल प्रभाव से विलोपित की जाए. प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा के निर्देशानुसार टीचर्स एसोसिएशन के संभाग प्रभारी विनोद गुप्ता एवं जिला अध्यक्ष गोपी वर्मा के नेतृत्व में 4 अगस्त 2020 को केबिनेट मंत्री माननीय टी.एस.सिंहदेव जी के राजनांदगाव जिले प्रवास के दौरान बुकें भेंटकर व स्वागत करते हुए शिक्षक मांगों के सम्बन्ध में अवगत कराया गया था जिसमें क्रमोन्नति,पदोन्नति व् अनुकम्पा नियुक्ति व 2 वर्ष में समस्त पंचायत शिक्षकों का शिक्षा विभाग में संविलियन प्रमुख मांग था. जबकि जनघोषणा पत्र 2018 में दो वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले शिक्षक संवर्ग का संविलियन करने का उल्लेख है,किन्तु इससे सम्बंधित राजपत्र का प्रकाशन आज पर्यंत तक नही किया गया है.राजपत्र प्रकाशन में दावा आपत्ति का भी समय होता है. प्रदेश में अभी तक जनघोषणा पत्र के विषय क्रमोन्नति,पदोन्नति,अनुकम्पा नियुक्ति,पुरानी पेंशन बहाली पर समुचित निर्णय नहीं लिया गया है.अतः कर्मचारियों के हित को ध्यान में रखकर सरकार जल्द लें कर्मचारियों के मांगों पर निर्णय लेने की अपील करते हैं ।

छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद गुप्ता, शैलेन्द्र यदु,बाबूलाल लाडे,जिला अध्यक्ष गोपी वर्मा,जीवन वर्मा,हंसकुमार मेश्राम,चन्द्रिका यादव,ब्रिजेश वर्मा,देवेन्द्र साहू,फ्लेशसाहू,चुनलेश साहू,ललीता कन्नौजे,रूपेन्द्र नंदे,कमलेश्वर देवागन,पंचशीला सहारे,राजकुमारी जैन,मोरेश्वर वर्मा,मनोज वर्मा,सुकालू वर्मा, दानेश्वर लिल्हारे, दिलेश्वर साहू, गांधी साहू, सुनील शर्मा, महेश उईके, विरेन्द रंगारी,मंजू यादव,रामाधीन भुआर्य,भेसराम रावटे,दिवाकर बोरकर,दिलीप धनकर सर्व ब्लाक अध्यक्ष संजय राजपूत, अनुराग सिंह, मनीष पसीने, अनील शर्मा, गिरीश हिरवानी, दिनेश कुरैटी, श्रीहरी,जितेन्द्र पटेल, निर्मला कसारे, उर्मिला वाडेकर,चेतन निषाद,दुष्यंत,प्रवीण शर्मा,जयनारायण तिवारी,विभा पांडे,योगिता मरकाम,वर्षा पाठक,कल्पना पाटले आदि ने कहा है कि शासन के प्रत्येक जिम्मेदारी का निर्वहन किया जा रहा है,अतः उपरोक्त समस्याओं की ओर ध्यानाकर्षित किया गया है।

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