शिक्षक दिवस विशेष…कोरोना कॉल में शिक्षक हुए हुनरमंद…परम्परागत शिक्षण से आगे शिक्षक बन गए

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बिलासपुर। शा उ मा वि पंधी बिलासपुर जिले के व्याख्याता संजय शर्मा का कहना है कि 5 सितम्बर शिक्षक दिवस को देश भर में महामहिम राधाकृष्णन जी की याद में उन्हें स्मरण कर उनकी बातें उनके सिद्धांत और उनके दर्शन की चर्चा कर शिक्षक सम्मान में मनाया जाता है, लेकिन इस वर्ष का शिक्षक दिवस समारोह से दूर किन्तु शिक्षक के विशेष कार्य को यादकर भी मनाया जाएगा।

शिक्षक हमेशा से समाज को दिशा देने वाले प्रणेता भी रहे है, शिक्षको को माता पिता के बाद अहम स्थान मिला हुआ है, उनके द्वारा दिये गए ज्ञान की चर्चा तो होती ही है, किन्तु इस वर्ष कोरोना के संक्रमण काल मे शिक्षको का हुनर भी देखने को मिला है।

शिक्षकीय और गैर शिक्षकीय कार्य शिक्षको को लिए दिए गए, जिसे उन्होंने जिम्मेदारीपूर्वक पूर्ण किया है। *परंपरागत कक्षा में अध्ययन – अध्यापन कराने वाले शिक्षक अब गली, कूचे, पारा, मोहल्ला, पेड़ के नीचे, बरामदा, कोठार, घर के दुवार, बच्चे के घर मे, मोबाइल, लेपटॉप, दीवार लेखन, स्यामपट्ट, बेवेक्स मीट, ऑनलाइन क्लास, लाउडस्पीकर स्कूल, मोटरसायकल गुरुजी, बुलटू के बोल में विषयगत और सीखने वाले पेंटिंग, खेल, टूट फुट कबाड़ से जुगाड़ जैसे अनेक कार्य मे बच्चो को जोड़कर अपने हुनर को प्रदर्शित किए है।*

वास्तव में संकट एक नए विचार और समाधान की खोज का कारण होता है, ऑनलाइन क्लास में नेट और सभी के पास मोबाइल न होना समस्या बना, किन्तु शिक्षको ने ऑफ लाइन में अपनी हुनर को प्रदर्शित किया और गांव, नगर के मोहल्ले में बच्चो को सीखने व पढ़ने के काम मे लगाकर उनकी अभिरुचि को बनाये रखा।

*अभी कोरोना संक्रमण में शिक्षको ने शिक्षकीय व गैर शिक्षकीय इन सभी कार्य मे अपनी सेवा देकर परम्परागत शिक्षक के साथ नवाचारी शिक्षक व हुनरमंद शिक्षक की गरिमा भी प्राप्त कर लिया है -*

1. क्वेरन्टीन सेंटर में डयूटी
2. रेलवे स्टेशन से मजदूर को सेंटर ले जाना
3. स्टेशन में थर्मल स्क्रीनिंग
4. स्टेशन में ही सेनेटाइजिंग
5. घर घर शर्दी जुकाम सर्वे
6. घर घर राशन वितरण
7. घर घर गणवेश वितरण
8. सायकल वितरण
9. पुस्तक वितरण
10. टोल प्लाजा ड्यूटी, रायगढ़
11. सार्वजनिक राशन दुकान में ड्यूटी
12.ऑनलाइन क्लास
13.ऑफलाइन क्लास
14. जाति प्रमाण पत्र के सम्बंध मे
15. छात्रवृति पंजीयन
16. कार्मिक संपदा प्रपत्र ऑनलाइन कराने में
17. प्रवासी मजदूरों के बच्चों का सर्वे कर स्कूल में भर्ती करने हेतु
18. गोबर विक्रेता का पंजीयन कराना, कांकेर
19. स्वास्थ्य परीक्षण डयूटी
20.संविदा शिक्षक भर्ती में प्रमाणपत्र सत्यापन, दुर्ग
21. ओपन स्कूल परीक्षा 10 वी, 12 वी असाइनमेंट वितरण
22. पुल – पुलिया की बाढ़ में देखरेख, दंतेवाड़ा
23. जिला कंट्रोल रूम में, दंतेवाड़ा
24. कांटेक्ट ट्रेसिंग टीम के रूप में ड्यूटी
25. बोर्ड परीक्षा मूल्यांकन के दौरान शिक्षकों के घर घर में उत्तर पुस्तिका वितरण एवं वापसी कार्य दायित्व
26. उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम शालाओं के संविदा शिक्षक भर्ती में प्रमाण पत्रों की जांच सत्यापन संबंधी ड्यूटी
29. अक्सीमीटर से घर घर जांच, रायपुर

शिक्षको को जनगणना के राष्ट्रीय कार्य मे लगाया जाता था, किन्तु उनके सटीक कार्य पद्धति के कारण अब अधिकारियो ने उन्हें सभी काम का दायित्व देकर प्रशासन का काम आसान कर लिया है, किन्तु यह शिक्षा के नवाचार को बढ़ाने में बाधक बन रहा है, शिक्षक ज्यादा दिन अन्य कार्य मे होंगे तो छात्रों के बीच उनका समय कम होगा, जो शिक्षा के लिए उचित नही होगा।

संजय शर्मा
व्याख्याता, शिक्षा विभाग
मो. 9424174447

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