शिक्षक दाढ़ी नहीं रख सकता,
टीशर्ट नहीं पहन सकता,
पाजामा कुर्ता नहीं पहन सकता
गर्मी से पसीना बहे तो गमछा नहीं रख सकता,
शिक्षण करते समय किसी का कॉल आएं तो फोन टच नहीं कर सकता,
शिक्षक गॉगल्स नहीं पहन सकता
शिक्षक दो मिनट के लिए आँख बंद कर चिंतन नहीं कर सकता।
*लेकिन अन्य विभाग के ये गैर शिक्षकीय कार्य कर सकते है*
शिक्षक चुनाव कार्य संपन्न कर सकता है,
मतगणना कर सकता है,
मास्टर ट्रेनर बन सकता है,
बीएलओ बन सकता है,
पशु गणना कर सकता है,
जन गणना कर सकता है,
होटल मैनेजमेंट किए बगैर प्रतिदिन सैंकड़ो बच्चों को भोजन करा सकता है,
शिक्षण के अतिरिक्त लिपिक की भांति कार्यालयीन कार्य कर सकता है,
शिक्षक छात्रों को अल्बेंडाजोल खिला कर चिकित्सक होने का प्रमाण दे सकता है।
आपातकाल में ड्यूटी कर सकता है,
महीनों वेतन की देरी होने पर भी शूरवीरों की भांति कर्जा लेकर डटकर ड्यूटी कर सकता है।
क्योंंकि शिक्षक तो अजेय है,
धन्य हैं शिक्षक।