रायपुर। छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष मनीष मिश्रा, सुखनंदन यादव, शिव मिश्रा और अजय गुप्ता ने कहा है कि प्रदेश के सहायक शिक्षक एलबी के वेतन विसंगति को दूर करना एवं क्रमोन्नति प्राप्त करने को लेकर फेडरेशन कृत संकल्प है और इससे कम में कोई भी बात और समझौता नहीं होगा। सहायक शिक्षक फेडरेशन का गठन ही इन्ही उद्देश्य की पूर्ति के लिए हुआ है। लेकिन कुछ तथाकथित लोग एक तरफ सहायक शिक्षक संवर्ग को भड़काने में तो दूसरी तरफ प्रशासन को सहायक शिक्षक के खिलाफ नाराज करने में लगे हुए हैं। क्योंकि सहायक शिक्षक फेडरेशन का बढ़ता जनाधार और वर्तमान में किया गया सफल आंदोलन जिससे सिर्फ फेडरेशन से प्रशासन स्तर की चर्चा को ऐसे लोग पचा नहीं पा रहे हैं। आज प्रशासन द्वारा सिर्फ सहायक शिक्षक फेडरेशन को ही चर्चा के लिए आमंत्रित किया गया है। इससे स्पष्ट है कि सहायक शिक्षक से संबंधित मांग पर ही चर्चा और निर्णय होगा। दुख की बात यह हैं कि जिसके नक्कारेपन एवं सहायक शिक्षक के मुद्दे को उचित समय पर नजर अंदाज करने का परिणाम आज भी सहायक शिक्षक भोग रहे हैं। वही लोग तिलमिलाए हुए हैं क्योंकि वे अपने आपको स्वम्भू बड़ा समझते हैं और उनको चर्चा में नही बुलाया गया हैं। ये ऐसे राग अलाप रहे हैं जैसे चर्चा करना व मांग को तथ्यात्मक रूप से रखना सिर्फ उन्हें ही आता हैं, यदि हम चर्चा कर रहे हैं तो अधिकारी हमे मुद्दे से भटकाकर मांग पर चालाकी कर रहे हैं। इनको इतना ही चिंता पहले होता तो शायद आज सहायक शिक्षक फेडरेशन का उदय ही नही होता। असल में इनको चर्चा में शामिल ना हो पाने और अपने मुद्दों को शामिल नहीं करा पाने का दुख है। इनको सहायक शिक्षक के मांगों से कोई लेना देना नहीं है। 27 अक्टूबर को प्रशासन से सकारात्मक चर्चा का ही असर रहा है कि सिर्फ सहायक शिक्षक फेडरेशन को ही देर रात प्रमुख सचिव शिक्षा श्री आलोक शुक्ला जी ने चर्चा को बुलाया, जो विषय की गंभीरता को भी दर्शाता है। उसके पश्चात 28 अक्टूबर को पूर्व घोषित सफल आंदोलन संपन्न हुआ जिसके तत्काल बाद 29 अक्टूबर को प्रशासन द्वारा सिर्फ सहायक शिक्षक फेडरेशन को ही सहायक शिक्षक के मुद्दे पर चर्चा के लिए बुलाया गया है। कुछ लोगों तो चर्चा में बिन बुलाए मेहमान की तरह पहुंच भी जाते हैं। सहायक शिक्षक साथीयो से अपील हैं ऐसे बहरूपियों को पहचाने व उनसे दूर रहे। ऐसे तथाकथित लोग भी अपने हरकत से बाज आए क्योकि सहायक शिक्षक को जोड़कर प्रशासन के खिलाफ अनर्गल बाते करके सौहार्दपूर्ण वातावरण को खराब करते है जिससे सहायक शिक्षक अपने लक्षय से दूर हुए तो इनकी पूरी जिम्मेदारी होगी।