रायपुर। फेडरेशन प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 22 साल से एक ही पद पर कार्य कर रहे है सहायक शिक्षक सरकार को इस पर उचित पहल करनी चाहिये*
*सरकार ने अपने घोषणा पत्र में स्पस्ट रूप से कहा था कि पदोन्नत्ति से वंचित कर्मचारियों के साथ न्याय किया जाएगा आज प्रदेश के हजारो सहायक शिक्षक सरकार को आशा भरी निगाह से देख रहे है*
*प्रदेश अध्यक्ष ने जारी बयान में कहा कि आखिर सहायक शिक्षको का क्या दोष है कि उनको 22 साल से विभाग एक ही पद पर कार्य करने को मजबूर कर रहा है आज हमारे हजारो साथी एक ही पद पर कार्य करते हुए रिटायर्ड होने की स्थिति में पहुच गए है सरकार को चाहिए कि ऐसे साथियो के साथ न्याय करे और उनको उच्चत्तर वेतनमान प्रदान करे जो उनका अधिकार है ।श्री मिश्रा ने शिक्षा विभाग के आला अफसरों से भी इस पर गम्भीरता से विचार करने की मांग की है*
*प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने कहा कि संविलियन होने के बाद भी हजारो सहायक शिक्षको को वो लाभ नही मिला जो मिलना चाहिए था 22 साल की सेवा अवधि पूर्ण करने के बाद भी शासन ने सहायक शिक्षको का वेतन निर्धारण सही रूप से नही किया है जिसके कारण सहायक शिक्षको में निराशा का वातावरण बना हुआ है*
*शासन की गलत नीतियों के चलते आज सहायक शिक्षको को वेतन विसंगति की मार झेलना पड़ रहा है और उसे हर माह 12 हजार रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा रहा है जबकि प्रदेश में हजारों शिक्षक ओर प्राथमिक स्कूलों में प्रधान पाठको के हजारों पद रिक्त पड़े है अनेको मिडिल स्कूलों में शिक्षकों के बाद रिक्त है फिर भी सहायक शिक्षको को 22 साल की सेवा अवधि के बाद भी पदोन्नत्ति का लाभ नही मिल पाना गम्भीर चिंता का विषय है*
*प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने सरकार से सहायक शिक्षको की पूर्व की सेवा अवधि को जोड़कर वर्तमान में क्रमोन्नति वेतनमान /समयमान वेतनमान का लाभ देने की मांग की है*
*मनीष मिश्रा ने कहा कि फेडरेशन चार सूत्रीय मांग को लेकर पूरी तरह से गम्भीर है और आगामी बैठक में इसके लिए एक मजबूत रणनीति के साथ अपने हक की आवाज़ को बुलंद करेगा और सरकार से अपनी मांगों को मनवाने के लिए दबाव बनाया जाएगा*