कोरोना महामारी के वैश्विक दौर में पढ़ाई तूहर द्वार के अंतर्गत ऑनलाइन क्लास, अंग्रेजी ग्रामर क्लास ,रोल प्ले ,वीडियो ,ऑडियो और ऑफलाइन बुलटू के बोल के द्वारा और रीड एनी वेयर लर्न एनीव्हेयर नवाचार द्वारा बच्चों को एनआईसी के रीडिंग कैंपेन से जुड़कर पढ़ने के लिए नवाचारी कार्य के लिए समर्पित है शिक्षिका श्रीमती अंजुम शेख….

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रायपुर। कोरोना महामारी के वैश्विक दौर में पढ़ाई तूहर द्वार के अंतर्गत ऑनलाइन क्लास, अंग्रेजी ग्रामर क्लास ,रोल प्ले ,वीडियो ,ऑडियो और ऑफलाइन बुलटू के बोल के द्वारा और रीड एनी वेयर लर्न एनीव्हेयर नवाचार द्वारा बच्चों को एनआईसी के रीडिंग कैंपेन से जुड़कर पढ़ने के लिए नवाचारी शिक्षिका श्रीमती अंजुम शेख शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला डुंडा, ब्लॉक धरसीवा ,जिला रायपुर छत्तीसगढ़ प्रेरित कर रही हैं।
नियमित रूप से ऑनलाइन कक्षा द्वारा बच्चों को अंग्रेजी पढ़ाने हेतु राज्य सरकार द्वारा इन्हें सम्मान पत्र भी प्रदान किया गया है। इनके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षण को रोचक, प्रभावी और मनोरंजक बनाकर पाठ्य वस्तु का रोल प्ले, वीडियो ,ऑडियो ,पीपीटी चित्रों के माध्यम से स्मार्ट क्लास बनाकर पढ़ाने वाली शिक्षा अभिनय व रोलप्ले की नवीन तकनीक और खेल खेल में शिक्षा प्रदान करने का भरसक प्रयास किया जा रहा है शिक्षा के क्षेत्र में इनके द्वारा बनाए गए रोलप्ले वीडियो ऑडियो को राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद रायपुर और पढ़ाई तूहर द्वार में शामिल किया गया है, बुलटु के बोल एप मे इनके द्वारा बनाए हुए बहुत से ऑडियो शामिल है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान परिषद रायपुर मे डिस्ट्रिक्ट रिसोर्स ग्रुप की भी सदस्य हैं, एसएलए पेपर बनाने, पाठ्यवस्तु निर्माण का कार्य भी किया है रुब्रिक और एलोस बनाए जाने का भी कार्य किया है नवाचारों द्वारा अंग्रेजी शिक्षण को सरल रोचक बनाने हेतु इनके द्वारा बहुत से नवाचार बनाए गए हैं इसी वर्ष 10 नए नवाचार बनाए गए हैं क्लास एनीव्हेयर ,स्किल डेवलपमेंट, कंज्यूमर अवेयरनेस, पोशांपा वर्ड गेम, पोशांपा सेंटेंस ,लेट्स प्ले एंड रीड, सर्च अल्फाबेट्स मेक न्यू वर्ड्ज़ वर्ड ट्रेन रिलेटेड वर्ड गेम इत्यादि बनाए गए। उक्त कार्यों हेतु अनेक सम्मान प्राप्त हुए नवोदय क्रांति परिवार और अरविंद सोसाइटी के द्वारा प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया बच्चों को समुदाय से सहभागिता कर समाज को जागरूक करने एवं समाज के साथ बेहतर संबंध बनाने हेतु साक्षर भारत मिशन में जिला समन्वयक के रूप में आवासीय परिषद नया रायपुर छत्तीसगढ़ में सभी जिलों से आए प्रतिनिधि और महिलाओं को साक्षरता का महत्व बताते हुए जागरूक किया गया। वृक्षारोपण एक साथ पूरे जिले में कराया गया ,जिसके लिए लिटिल हेल्प एंड रेडियो द्वारा सम्मानित किया गया इस प्रकार पर्यावरण सुरक्षा हेतु समाज को जागरूक किया गया।
सजग पीएलसी धरसीवा ग्रामीण की सदस्य बनकर समुदाय को शिक्षा से जोड़ने हेतु सेतु का कार्य कर रही हैं। सजग पीएलसी द्वारा ऑनलाइन देश भक्ति गीत कविता प्रतियोगिता, पुस्तक वाचन प्रतियोगिता, कोरोना जागरूकता अभियान, मास्क वितरण तथा कोरोना योद्धाओं का सम्मान किया गया ,प्रश्नोत्तरी ,जनरल नॉलेज ,सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता कराया गया। शिक्षा कला व साहित्य अकादमी की जिला प्रभारी के पद पर है और स्व लिखित कविता और लेख के माध्यम से समाज में साहित्य का प्रचार प्रसार किया जिसके लिए सम्मानित किया गया रेडियो 2.0 पर इनकी कविताएं प्रसारित की गई विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में स्व लिखित कविताओं का प्रकाशन हुआ अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर संगोष्ठी में लिखित कविताओं का वाचन अजीम प्रेमजी के जिला स्तरीय कार्यक्रम में किया गया नवोदय क्रांति और शैक्षिक आगाज के फेसबुक पर ऑनलाइन कविता वाचन किया गया क्लीन इंडिया ग्रीन इंडिया प्रोजेक्ट एवं स्वच्छ भारत मिशन कृमि मुक्ति दिवस आदि में सक्रिय सहभागिता दी गई विद्यार्थियों के समग्र विकास हेतु सांस्कृतिक एवं साहित्यिक कार्यक्रम विशेष तौर पर कत्थक नृत्य और पंथी नित्य सिखाकर लइका मढ़ई में ब्लॉक से जिला स्तर तक ले जाया गया। गीत ,कविता, भाषण, गायन सिखाया गया। बच्चों को खेल विशेषकर खो, कबड्डी,गेड़ी सिखाया गया। ब्लॉक स्तर से जिला स्तर तक ले जाया गया।

आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की सहायता पढ़ने में की गई ड्रॉपआउट को रोकने हेतु पालकों से संपर्क किया गया, शाला में भौतिक संसाधनों जैसे मूरुम
पटवाना, सांस्कृतिक कार्यक्रम हेतु मंच बनवाना पेंट करवाना, बाल कैबिनेट का गठन कर के बच्चों द्वारा स्वच्छता अभियान के तहत सफाई का प्रचार प्रसार करना इत्यादि।
लक्ष्य भेद ऑनलाइन प्रशिक्षण के द्वारा 500 से ज्यादा शिक्षकों को टेक्नोलॉजी की जानकारी दी गई और शिक्षकों और सभी स्तर के बच्चों को वेबैक्स और सीजी स्कूल में ऑनलाइन कक्षाओं से जुड़े रहने का तरीका बताया गया तथा राज्य स्तर पर जीवन विज्ञान प्रशिक्षण लेकर जिला स्तर पर दिया गया। माता उन्मुखीकरण के तहत माताओं को शालाओं से जोड़ा गया । सीखना सिखाना ,जेंडर गैप, निखार कार्यक्रम, विकलांग बच्चों की समेकित शिक्षा आदि का प्रशिक्षण शिक्षकों को दिया गया इस प्रकार से अनेक कार्य किए गए जिससे शाला से समाज को समुदाय को जोड़ा जा सके।

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