एनपीएस कर्मचारियों की भावना अनुसार काला कानून NPS को वापस कर पुरानी पेंशन बहाल करें केंद्र सरकार….संदर्भ – किसान के लिए कृषि कानून की वापसी का निर्णय

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राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत, छत्तीसगढ़ के प्रदेश संयोजक संजय शर्मा, वीरेंद्र दुबे, लैलूंन भारद्वाज, रोहित तिवारी, तुलसी साहू, निर्मल साहू , डॉ रवि बंजारे, श्री एस पी देवांगन, श्री बी बी जायसवाल, राष्ट्रीय आईटी सेल प्रभारी बसंत चतुर्वेदी, राजेश शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार ने 2004 में पुरानी पेंशन योजना को बंद कर बाजार आधारित नई पेंशन योजना प्रारभ की तब बताया गया था कि कर्मचारियो को लाभ मिलेगा, लेकिन इसकी सच्चाई को समझते हुए कार्यपालिका के लिए इसे थोपा गया, जबकि विधायिका के लिए पुरानी पेंशन ही रखा गया है, कार्यपालिक वर्ग 2004 के बाद बाजार की भेंट चढ़ गए जबकि विधायिका पुरानी पेंशन शुकुन से ले रहे है।

जिस समय केंद्र सरकार ने NPS रूपी काला कानून लागू किया उस समय NPS कर्मचारियों की संख्या बहुत कम थी, इसलिए व्यापक विरोध नही हो पाया।

जब NPS लागू किया गया उस समय कोई NPS कर्मचारी सेवा निवृत नही हो रहे थे इसलिए भी गुण दोष स्पष्ट नही हो पाया।

अब तो NPS कर्मचारी सेवा निवृत्त हो रहे है तब स्पष्ट समझ आने लगा है कि NPS काला कानून है जिसे 2004 के बाद नियुक्त कर्मचारियों पर थोपा गया है।

देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किसानों की भावना अनुरूप जब कृषि कानून वापसी पर निर्णय लेने की घोषणा कर दी है तो एनपीएस कर्मचारियों की भावना अनुसार काला कानून NPS को वापस कर पुरानी पेंशन बहाल करने का केंद्र सरकार शीघ्र निर्णय लेवे।

एक देश – एक विधान – एक निशान की बात की जा रही है, तो 2004 के बाद अभी भी नेताओ के लिए पुरानी पेंशन व कर्मचारियो के लिए नई पेंशन,,यह अलग अलग व्यवस्था क्यो है,?

अब स्पष्ट समझ मे आने लगा है कि नई पेंशन बुढ़ापे का सहारा नही है, इसीलिए 2004 के बाद भी विधायिका ने अपने लिए पुरानी पेंशन जारी रखा है, और कार्यपालिका के हिस्से में नई पेंशन को थोप दिया है, एक देश मे प्रदेश में अलग अलग पेंशन योजना का विरोध जारी है।

ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई हेतु शिक्षक, लिपिक, पंचायत सचिव, पटवारी, राजस्व अधिकारी, प्राध्यापक व महाविद्यालयीन अधिकारी, स्वस्थ्य कर्मचारी, सीएसईबी, सभी विभाग के कर्मचारी NOPRUF में एकजुट हो चुके है।

राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा छत्तीसगढ़ में प्रदेश के बड़े बड़े कर्मचारी संघ के संजय शर्मा – छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन, वीरेंद्र दुबे – शालेय शिक्षक संघ, लैलूंन भारद्वाज – क्रांतिकारी शिक्षक संघ, रोहित तिवारी – छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ, तुलसी साहू – प्रदेश पंचायत सचिव संघ, निर्मल साहू – राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़, डॉ रवि बंजारे – छत्तीसगढ़ शासकीय महाविद्यालयीन प्राध्यापक एवं अधिकारी संघ, श्री एस पी देवांगन छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ, श्री बी बी जायसवाल सीएसईबी डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन शमिल है जिससे पुरानी पेंशन बहाली हेतु मोर्चा सबसे मुख्य भूमिका में है।

 

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