भोपाल14 मई 2018। छत्तीसगढ़ के शिक्षाकर्मियों को भी अब संविलियन संभव लग रहा है। आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अध्यापकों के शिक्षा विभाग में संविलियन कि अपनी घोषणा को फिर से दोहराई ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ में भी संविलियन की मांग को लेकर प्रदेश भर के शिक्षाकर्मियों के द्वारा बड़ा आंदोलन किया जा चुका है Andolan समाप्ति के पश्चात प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में मांगों के निराकरण के लिए समिति का गठन किया था जिसको 3 महीने के भीतर अपना रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत करना था किंतु 5 महीने बीत जाने के बाद भी कमेटी द्वारा अपना प्रतिवेदन राज्य सरकार को नहीं सौंपा जा सका है जिससे आक्रोशित शिक्षाकर्मियों ने 11 मई को महापंचायत का आयोजन भी किया था जिसमें प्रदेश भर के लगभग 50000 शिक्षाकर्मियों ने भाग लिया था कमेटी पहले ही मांगों के संदर्भ में अध्ययन करने के लिए राजस्थान प्रदेश का दौरा कर चुकी है और अभी मध्य प्रदेश का अध्ययन किया जा रहा है ऐसे में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के संविलियन करने संबंधी घोषणा का असर निश्चित तौर से छत्तीसगढ़ में भी पड़ेगा और आने वाले समय में मध्यप्रदेश के तर्ज पर छत्तीसगढ़ में निर्णय लिया जा सकता है।