ढाई वर्ष से है लंबित SSA अंतर्गत कार्यरत शिक्षा कर्मियो का DA का एरियर्स हजारो रूपये अटके, सैकड़ो शिक्षा कर्मियो के शिक्षा कर्मियों के लिए 2 वर्ष से कोई DA घोषित नही

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shiksha karmi news GROUP

बालोद–इसे विडंबना कहें या अधिकारियो की उदासीनता? शायद ही किसी विभाग मे ऐसी परिस्थिति कभी हुई होगी ।छ ग पं न नि शिक्षक संघ बालोद के जिलाध्यक्ष दिलीप साहू ने बताया कि जिले मे सर्व शिक्षा अभियान अंतर्गत पांचो विकास खंडो मे कार्यरत सैकडो शिक्षा कर्मियो को अब तक ढाई वर्ष पूर्व की जुलाई 2016 से मार्च 2017 तक का लगभग 9 माह की महंगाई भत्ते की लंबित एरियर्स राशि भुगतान नही हुई है।तत्संबधं मे ब्लाक, जिला व राज्य स्तर के अधिकारियो को कई बार अवगत कराया गया है परंतु अलग से एरियर्स के लिए आबंटन आने पर भुगतान का हवाला अधिकारी दे रहे है ।वही पंचायत विभाग द्वारा सर्व शिक्षा अभियान के लिए पूर्व मे माह जून व उसके पूर्व के माह के लिए जारी आबंटन का उपयोग केवल वेतन के लिए करने निर्देश दिए गए थे।ऐसे मे अब उस एरियर्स राशि का भुगतान कब व किस राशि से किया जाएगा? ?इस विषय पर कोई जवाब नही दे पा रहे।एक ओर स्कूल शिक्षा,राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान व नगरीय निकाय के लिए उक्त अवधि का एरियर्स भुगतान हो चुका है ।ऐसे मे SSA के एरियर्स के लिए आबंटन आखिर कब जारी होगा ।अब इस मद मे कार्यरत कई शिक्षक पंचायत शिक्षा विभाग मे संविलियन उपरांत पंचायत विभाग से शिक्षा विभाग मे चले गए है व उनका कर्मचारी कोड भी परिवर्तन हो गया है ।आबंटन व एरियर्स भुगतान मे विलंब से नाराज़गी बढ रही है ।आखिर कब तक इंतजार किया जाए?? लगभग शिक्षक पंचायत संवर्ग शिक्षा कर्मियो के 6000 से लेकर 10000 रूपए का एरियर्स लंबित है।
वही संघ के जिलाध्यक्ष ने बताया कि एक ओर जहां हर विभाग के कर्मचारियो के लिए प्रत्येक 6 माह मे महंगाई भत्ते की घोषणा की जाती है।राज्य मे कार्यरत शिक्षा कर्मियो को विगत 2 वर्ष से महंगाई भत्ते की एक भी किस्त नही दी गई है।जनवरी 2017 से जनवरी 2018 तक व जनवरी 2018 से अब जनवरी 2019 तक 2 वर्ष बिना डीए के विभाग मे शिक्षक पंचायत कार्यरत है।शासन व विभाग की इस विसंगतिपूर्ण नियमो व भेदभाव से शिक्षा कर्मियो मे आक्रोश बढ रहा है।
छ ग पं न नि शिक्षक संघ बालोद की जिला व ब्लाक इकाई के सभी पदाधिकारियो ने सर्व शिक्षा अभियान की लंबित एरियर्स व महंगाई भत्ते की सभी लंबित किस्त शीघ्र जारी करने की मांग की है।

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