शिक्षाकर्मियों के समर्थन में पूर्व कलेक्टर एवं भाजपा नेता ओपी चौधरी खुलकर सामने आ गए हैं। पिछले दिनों भी उन्होंने अपने फेसबुक के माध्यम से सरकार से मांग किया था कि राजनीति से अलग सोच कर शिक्षाकर्मी की मांगों को पूरा किया जाना चाहिए। आज इस संदर्भ में आज 8:30 में फेसबुक लाइव हो रहे हैं । और शिक्षाकर्मियों के संविलियन क्रमोन्नति एवं अनुकंपा नियुक्ति की मांगों का खुलकर समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने अपने फेसबुक पेज में लिखा है कि 1997-98 में कांग्रेस के दिग्विजय सिंह सरकार के द्वारा,शिक्षक के स्थान पर शिक्षाकर्मी व्यवस्था की शुरुआत की गयी थी।तब वर्ग-3 को
800रु०,वर्ग-2 को 1000रु० एवं वर्ग-1 के साथियों को 1200रु बेसिक सरकार देती थी।
वहाँ से ऊपर लाते-लाते,2018 में भाजपा सरकार के समय,8 वर्ष वाले शिक्षाकर्मी साथियों का संविलियन करके,उन्हें शिक्षाकर्मी से शिक्षक के रूप में सम्मान दिया गया।और वेतन को बीस से चालीस हजार तक पहुँचाया गया।
कांग्रेस 2 वर्ष की सेवा के बाद संविलियन के घोषणा-पत्र के अपने वादे से,कल विधानसभा में मुकर गयी है…
इस विषय पर रात 8:30 बजे मैं लाइव चर्चा करूँगा…
1997-98 में कांग्रेस के दिग्विजय सिंह सरकार के द्वारा,शिक्षक के स्थान पर शिक्षाकर्मी व्यवस्था की शुरुआत की गयी थी।तब…
Posted by OP Choudhary on Friday, 29 November 2019