बिलासपुर। छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण विकास परिषद बिलासपुर द्वारा सौ. ज्योति संग चि. सोमनाथ की सहमति से 15 दिसम्बर को पुनर्विवाह किया गया, दोनो की यह दूसरी शादी है, पूर्व में दोनो का परिवार बिखर कर अलग हो गया था, दोनो ही एकाकी रह गए थे, परिषद के आयोजन में दोनों को सहारा मिल गया, दोनो पुनःविवाह के बंधन में बंध गए है, अब दोनों को एकसाथ पुनः जीवन का राह मिल गया है।
15 दिसम्बर को सामाजिक विप्र भवन इमलीपारा में ज्योति संग सोमनाथ का परिषद द्वारा निःशुल्क विवाह किया गया है, इस सामाजिक आयोजन में विप्रजनो ने शामिल होकर पुनर्विवाह के वर व वधु को आर्थिक सहयोग व सुदीर्घ तथा खुशहाल जीवन का आशीष दिए।
छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण विकास परिषद बिलासपुर के अध्यक्ष डॉ प्रदीप शुक्ला ने बताया कि समाज के कई वरिष्ठजनों ने विधवा, विधुर विवाह करने का सुझाव दिया था, जिसके बाद यह आयोजन हुआ है, जिसमे ईश्वरीय अनुकम्पा से एक नए जीवन की शुरुआत होगी और पुनर्विवाह का ऐसा आयोजन और किया जाएगा।
परिषद के प्रधान सचिव संजय शर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ में सामाजिक रूप से यह पहला पहल व प्रयास है, जिसमे अलग हो चुके दो जोड़ी को उनकी सहमति व स्वेच्छा से समाज द्वारा पुनर्विवाह किया जा रहा है, समाज बहुसंख्य ऐसे परिवार के सदस्य है, जिन्हें ऐसे पहल कर पुनर्जीवन दिया जा सकता है, यह प्रयास ब्राह्मण समाज के उदार सोच व अग्रणी दिशा निर्धारण का है।
परिषद के कोषाध्यक्ष अनिल तिवारी ने बताया की समाज मे कई परिवार अलग होकर एकाकी हो गए है, ऐसे लोगो को सहारा व सहयोग देने परिषद ने पहल कर सामाजिक जिम्मेदारी को बढ़ाया है, लोग संकोच छोड़कर ऐसे आयोजन का हिस्सा बने।
15 दिसम्बर को सामाजिक विप्र भवन इमलीपारा में ज्योति के संग सोमनाथ का पुनर्विवाह ब्राह्मण समाज द्वारा किया गया, जिसमे दोनो के परिवार व परिजन भी शामिल होकर परम्परानुसार विवाह के सहभागी हुए, छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण विकास परिषद के इस सामाजिक पुनर्विवाह आयोजन में विलासपुर के विधायक शैलेश पांडेय जी शामिल होकर वर – वधु को आशीर्वाद दिया। विप्रजनों के लिए आज के पहल को सराहनीय व अनुकरणीय बताते हुए निरन्तर जारी रखने की अपील की है, उन्होंने कहा कि इस पहल की स्वीकार्यता हमारे समग्र समाज की जिम्मेदारी है।
विधायक पांडेय जी ने सामाजिक विप्र भवन के जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण हेतु पर्याप्त राशि देने की घोषणा की, उन्होंने भवन को अपडेट करने की घोषणा की है।
सामाजिक सहयोग के पुनीत कार्य में डॉ प्रदीप शुक्ला, हेमंत शर्मा, सुशील धर दीवान, संजय शर्मा, अनिल तिवारी, नागेन्द्रधर शर्मा, रविन्द्र धर दीवान, रामफल शर्मा, चंद्रशेखर पांडेय, अश्वनी मिश्रा, डॉ प्रफुल्ल शर्मा, श्रीमती जयश्री शुक्ला, श्रीमती संगीता शुक्ला, राजेश पांडेय, प्रमोद शर्मा, चंद्रकांत पांडेय, की लगातार भागीदारी थी।
कार्यक्रम में डॉ आरती पांडेय, दुर्गेश्वरी शर्मा, बंशीलाल गौरहा, चेतन धर दीवान, राघवेन्द्र दीवान, अविनाश मिश्रा, वीरेंद्र गौरहा, पंकज मिश्रा, अंकित गौरहा, विनय शुक्ला, सुदेश दुबे, उमाशंकर शर्मा, एन के तिवारी, अविनाश धर दीवान, अरविंद शर्मा, के के तिवारी, संतोष शर्मा, रामु शुक्ला, ज्योतिंद्र उपाध्याय, रविन्द्र उपाध्याय, अनिल पांडेय, राजनारायण द्विवेदी, अरविंद दीक्षित, सहित वर – वधु के परिजन शामिल थे।