बिलासपुर। बिना सुविधा के शासन शिक्षको को कोरोना ड्यूटी पर लगा रहा है और रेलवे स्टेशन में बिना मास्क, सेनेटाइजर, ग्लबज के ड्यूटी पर लगा रही है, साथ ही साथ बस मे मजदुरो के साथ शिक्षको को भेजा जा रहा है। कवरेन्टीन सेंटर में पहुचाने की जवाबदारी शिक्षको को दे रही है, कोरोना सम्बंधित कई कार्य कराया जा रहा है पर सुविधा कुछ नहीं
दिन रात ड्यूटी कराने के बाद भी शिक्षको को कोरोना योद्धा मानने और कोरोना बीमा 50 लाख रुपये देने की कोई घोषणा शिक्षको के लिए नहीं किया गया है
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन बार बार इस मुद्दे पर सरकार को ज्ञापन दिए, पत्र सौपे लगातार बोलने के बाद भी गंभीरता से नही लेने और लापरवाही के कारण हमारा शिक्षक कोरोना से पीड़ित हो गया
लगातार ड्यूटी और सुविधा नहीं होने की बात को शासन तक पहुँचाया जा रहा लेकिन शासन की संवेदनशीलता को क्या हो गया है, जो शिक्षको से गैर शिक्षिकीय कार्य लेने के बाद भी सुविधा उपलब्ध कराने के नाम पर चुप्पी साधे हुये हैं
शिक्षको मे आक्रोश है कि अब ऐसे हालात मे जब तक शिक्षको के लिए कोरोना बीमा कवर 50 लाख नही किया जायेगा और जब तक सुविधा उपलब्ध नहीं कराया जायेगा आने वाले समय में कोरोना ड्यूटी करना संभव नहीं होगा।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष संजय शर्मा, प्रांतीय सचिव मनोज सनाढ्य, जिलाध्यक्ष संतोष सिंह, जिला सचिव जय कौशिक, जिला संयोजक करीम खान,नर्मदा प्रसाद गढ़ेवाल,जिला उपाध्यक्ष मोनीष कौशिक, डॉ.चंद्रशेखर गुप्ता.चंद्रकांत पांडेय,बांके बिहारी दुबे,जिला कोषाध्यक्ष आशीष गुप्ता,जिला पदाधिकारी गण रामेश्वर गुप्ता,राजेश पांडेय,निर्मल कौशिक,डॉ. आदित्य पांडेय,आलोक पांडेय, देवब्रत मिश्रा्,प्रमोद शर्मा,कमल नारायण गौरहा,दीपक चौधरी, बिल्हा ब्लॉक अध्यक्ष साधेलाल पटेल, मस्तूरी ब्लॉक अध्यक्ष राजेश सिंह क्षत्री,कोटा ब्लॉक अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार खान, तखतपुर ब्लॉक अध्यक्ष राजेश मिश्रा सभी ने शिक्षको की सुरक्षा की मांग शासन से की है और कहा है कि कोरोना ड्यूटी पर आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराने के बाद ही कार्य कर पाना संभव होगा।