रायपुर।छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, प्रदेश संयोजक सुधीर प्रधान, वाजीद खान, प्रदेश उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह, देवनाथ साहू, बसंत चतुर्वेदी, प्रवीण श्रीवास्तव, विनोद गुप्ता, प्रदेश सचिव मनोज सनाढ्य, प्रदेश कोषाध्यक्ष शैलेन्द्र पारीक ने कहा है कि नियम व आदेश के बीच 1 जुलाई 2020 में सम्पूर्ण संविलियन ही यथोचित है, क्योकि यह जनघोषणा पत्र के अनुसार सरकार के बजट घोषणा के प्रावधान का हिस्सा है।
सरकार ने घोषणापत्र पर उदारता पूर्वक निर्णय लेते हुए 8 वर्ष की संविलियन अवधि को घटाकर 2 वर्ष किया, जो स्वागतेय है, किन्तु पूर्व नियम व आदेश में 1 जुलाई 2020 को संविलियन प्राप्त करने वाले 5400 शिक्षक संवर्ग निराश है, क्योकि उनसे 4 माह का वेतन व वरिष्ठता छीना जा रहा है।
1 नवम्बर राज्य स्थापना का दिन है, उत्साह का वातावरण होगा जिसमें 1 जनवरी 2021 को 8 वर्ष पूर्ण करने वाले करीब 5000 शिक्षक संवर्ग का वर्तमान निर्णय से संविलियन होगा, उन्हें राज्योत्सव में 2 माह पूर्व संविलियन का लाभ मिलेगा।
केबिनेट निर्णय का असल लाभ तो 5800 शिक्षक संवर्ग को मिलेगा जिनकी सेवा अवधि 1 नवम्बर को 2 से 7 वर्ष होगी, स्वागत तो इन्हें ही करना चाहिए।
2 वर्ष से अतिरिक्त सेवा अवधि के लिए वेटेज का समावेश संविलियन क्रियान्वयन आदेश में जरूर शामिल हो।