छ ग सहायक शिक्षक फेडरेशन ने 31 जनवरी के बाद लगाए जाने वाले शिक्षकों के प्रशिक्षण को अनुचित बताते हुए कहा कि जनवरी माह के बाद शिक्षा विभाग किसी भी प्रकार का प्रशिक्षण न लगाए क्योकि फरवरी माह से बच्चो की परीक्षा शुरू हो जाती है वही स्कूलों में बच्चों के दस्तावेज तैयार करने में शिक्षक व्यस्त रहते है ऐसे में टीचरों की ट्रेनिग लगाना न्याय संगत नही है ।छ ग सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा व प्रदेश प्रवक्ता हुलेश चन्द्राकर ने आज बयान जारी कर कहा कि प्रशिक्षण के नाम पर टीचरों को अनावश्यक रूप से परेशान नही किया जाना चाहिए बच्चो की परीक्षा के समय आखिर ट्रेनिग की जरूरत क्यों ।प्रदेश में धमतरी सहित बहुत से जिलो में इन दिनों टीचरों का प्रशिक्षण लगाया जा रहा है जबकि अभी समय बच्चो की पढ़ाई व इम्तेहान की तैयारी करवाने का है फरवरी माह से टीचर बच्चो की तैयारी को लेकर काफी व्यस्त रहते है सत्र के अंत मे ट्रेनिग लगाकर आखिर इससे फायदा किसको होगा समझ से परे है।बहुत से जिलो में मार्च क्लोज़िंग के चक्कर मे बजट की राशि खर्च करने के लिए आनन फानन में टीचरों की ट्रेनिग लगाई जा रही है जो जांच का विषय है।प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा प्रदेश प्रवक्ता हुलेश चन्द्राकर प्रदेश उपाध्यक्ष शिव मिश्रा प्रदेश सचिव सुखनंदन यादव प्रदेश कोषाध्यक्ष अजय गुप्ता प्रदेश अनुशासन प्रभारी सी डी भट्ट प्रदेश अनुशासन प्रभारी अस्वनी कुर्रे प्रदेश महासचिव दिलीप पटेल प्रदेश महासचिव कौशल अवस्थी प्रदेश महासचिव श्रीमती प्रेमलता शर्मा श्रीमती उमा पाण्डेय प्रदेश महासचिव रविप्रकाश लोहसिह ने स्कूल विभाग से निवेदन किया है कि सत्र के समाप्ति के दौरान किसी भी प्रकार की ट्रेनिग टीचरों की न लगे इस पर विशेष पहल करना चाहिए विभाग को।