शिक्षको से गैर शिक्षकीय कार्य बंद हो…शासन के आदेश का अधिकारी करें पालन…प्रमुख सचिव शिक्षा ने दिया है आदेश*

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छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, प्रांतीय संयोजक सुधीर प्रधान, वाजिद खान, प्रांतीय उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह, दएवनाथ साहू, बसंत चतुर्वेदी, प्रवीण श्रीवास्तव, विनोद गुप्ता, प्रांतीय सचिव मनोज सनाढ्य, प्रांतीय कोषाध्यक्ष शैलेंद्र पारीक ने कहा है कि प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 8 अगस्त को पत्र जारी कर समस्त कलेक्टर छत्तीसगढ़ को निर्देशित किया गया है कि कोविड-19 संक्रमण काल में विद्यार्थियों को अध्ययन – अध्यापन में जोड़ने के लिए शिक्षकों को स्वैच्छिक रूप से कार्य करना है, इसमें उनको किसी प्रकार से दबाव नहीं डालना है।

निर्देशित पत्र में कहा गया है कि शिक्षकों को किसी भी प्रकार के अन्य कार्यों से मुक्त रखा जाए, किसी भी प्रकार के अन्य कार्यों में ड्यूटी नहीं लगाया जावे किंतु स्थानीय स्तर पर अधिकारियो द्वारा प्रमुख सचिव शिक्षा के इन निर्देशों का पालन नहीं कर अन्य कार्यों में शिक्षकों की निरंतर ड्यूटी लगाई जा रही है।

पदाधिकारियों ने बताया कि रायपुर में कांटेक्ट ट्रेसिंग, संक्रमण सर्वे ड्यूटी, रायगढ़ में बैरियर ड्यूटी, संक्रमण सर्वे ड्यूटी, कोरोना चेक पोस्ट ड्यूटी, रेलवे स्टेशन में ड्यूटी, क्वारंटाइन सेंटर में ड्यूटी, एक्टिव सर्विलांस में ड्यूटी, राजनांदगांव में बाघनदी चेक पोस्ट पर प्रवासी यात्रियों एवं मजदूरों के परिवहन संबंधित ड्यूटी सहित कई जिले में मोहल्ला स्कूल, धमतरी में लाउडस्पीकर स्कूल, सुकमा में घरे – घरे स्कूल आदि ड्यूटी अधिकारियो द्वारा जबरदस्ती लगाया जा रहा है, जबकि यह शिक्षण कार्य स्वैच्छिक है।

कई जिले में आगामी आदेश पर्यंत ड्यूटी लगाया गया है, जिसे शासन के आदेश के बाद निरस्त नही किया गया है, धमतरी, कोरबा आदि जगहों में क्वॉरेंटाइन सेंटर एवं कांटेक्ट ट्रेसिंग में शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी जिसे आज पर्यंत तक रद्द नहीं किया गया है।

वर्तमान समय में बच्चों का समूह के माध्यम से अध्ययन अध्यापन करना संक्रमण का कारण बन सकता है जिससे बच्चे, शिक्षक, पालक, शिक्षक परिवार, विद्यार्थी का परिवार प्रभावित होकर संक्रमण का शिकार हो सकते है, अतः ऐसे समय में अध्ययन – अध्यापन के लिए अप्रत्यक्ष माध्यम ऑनलाइन क्लास, वर्चुअल क्लास, मिस्ड कॉल गुरुजी, रिकॉर्डिंग टीचिंग, बुलटू के बोल, ब्लूटूथ टीचिंग, कॉल गुरुजी इत्यादि ऑनलाइन शिक्षण के माध्यम से अध्ययन- अध्यापन कार्य कराया जाना उचित होगा।

छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा के पत्र का हवाला देते हुए शिक्षकों से कराया जा रहे गैर शिक्षकीयकी कार्य को तत्काल रद्द करने की मांग की है।

 

 

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