*क्रमोन्नति के लिए शिक्षको में जुनून है – संजय शर्मा*
*एक शिक्षक का भाव व अर्थपूर्ण कविता में संदेश*
*क्रमोन्नति एक स्वप्न है.*
*अनेकों वंचितों का,वर्षों से पीड़ितों का.*
*ठहरे हुए से हैं,जो वर्षों से एक ही मकाम पर.*
*रुके हुए से हैं,जो वर्षों से एक ही पायदान पर.*
*क्रमोन्नति एक स्वप्न है.*
*हजारों आँखों का,दशकों इंतजार का.*
*ज्वाला धधक रहा ह्रदय में, अधिकार के लिए.*
*जूनून बढ़ रहा सीने में,प्रतिकार के लिए.*
*क्रमोन्नति एक स्वप्न है.*
*पीड़ित यहाँ हर शख्स, इसके अथक इंतजार में.*
*उठो साथियों आगे बढ़ो, अपने अधिकार के लिए.*
*वर्षों की सेवा के प्रतिफल,अपने सम्मान के लिए.*
*कौन रोक पाया यहाँ हमारे संघर्षों की रवानी को.*
*आओ मिलकर अंजाम तक पहुचायें क्रमोन्नति की कहानी को.*
*क्रमोन्नति एक स्वप्न है.*
*अनेकों वंचितों का,वर्षों से पीड़ितों का.*
*मेरा,तुम्हारा और इसे पढ़ने वाले हम सभी का.*
*जय क्रमोन्नति🔥🔥🔥*
*प्रदीप जायसवाल*
*छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन कोरबा*