धमतरी। 2 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण कर चुके शिक्षाकर्मियों के संविलियन का आदेश शीघ्र जारी करने की मांग करते हुए छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रांतीय आह्वान एवं निर्देश पर शिक्षकों ने 1 जुलाई को संध्याकाल में सविलियन क्रियान्वयन दीप जलाकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का ध्यानाकर्षण करा कर मांग एवं आग्रह किया गया। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष डॉ भूषण लाल चंद्राकर, प्रांतीय उपाध्यक्ष देवनाथ साहू, प्रांतीय कोषाध्यक्ष शैलेंद्र पारीक समेत अन्य पदाधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने विधानसभा में बजट सत्र में अपने बजट भाषण में घोषणा की थी कि 2 वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले समस्त शिक्षा कर्मियों का 1 जुलाई 2020 से संविलियन किया जावेगा किंतु आज पर्यंत तक संविलियन आदेश जारी नहीं किया गया है। संविलियन आदेश जारी नहीं किए जाने से जिलों में संविलियन की कार्यवाही नहीं हो पा रही है। अतः संघ के प्रांतीय इकाई के निर्देशानुसार पूरे प्रदेश भर में एवं धमतरी जिले के समस्त विकास खंडों में संघ के पदाधिकारियों ,सदस्यगण शिक्षकगण एवं संविलियन से वंचित शिक्षा कर्मियों ने संविलियन क्रियान्वयन दीप जलाकर मुख्यमंत्री से शीघ्र संविलियन आदेश जारी करने की मांग की है। दीप जलाकर संविलियन आदेश जारी करने की मांग करने वालों में प्रमुख रूप से डॉ भूषणलाल चंद्राकर जिलाध्यक्ष, देवनाथ साहू प्रांतीय उपाध्यक्ष, शैलेंद्र पारीक प्रांतीय कोषाध्यक्ष, उषा साहू प्रांतीय महिला प्रतिनिधि, बी यदु जिला महिला प्रकोष्ठ प्रभारी , बलराम तारम जिला सचिव, रामदयाल साहू जिला कोषाध्यक्ष , जिला उपाध्यक्ष गण नंदकुमार साहू, गणेश प्रसाद साहू , तीरथ राज अटल , रुकमणी रमन चंद्राकर ,जिला पदाधिकारी गण प्रदीप साहू, कैलाश साहू, डॉ आशीष नायक, लीलाराम राम कुर्रे, शेखर साव, सविता छाटा, मंजूषा साहू , राकेश साहू , ब्लॉक अध्यक्ष गण नगरी शैलेंद्र कौशल, कुरूद दिनेश कुमार साहू , धमतरी चुरामन लाल कुंभज , ब्लॉक कार्यकारी अध्यक्ष धमतरी गेवा राम नेताम सहित पदाधिकारी गण योगेंद्र साहू, ज्ञानेश्वर सिन्हा , देवेंद्र भारद्वाज लक्ष्मी नारायण साहू, लक्ष्मी नारायण खरे वीरेंद्र साहू, ज्ञानेश्वरी साहू , रेखा साहू , चुनूलाल गौतम, मेनका गौतम, खिलेंद्र साहू, मनीष छत्रिय, तोमल साहू, टीकम चंद सिन्हा , गिरधारी लाल साहू, खिलेश साहू, कौशल चंद्राकर ,राजेंद्र यादव, रमेश यादव, संजय ध्रुव , संजय साहू , महेश कोसरे सहित पदाधिकारी गण एवं शिक्षक संवर्ग शामिल हैं।