रायपुर 5 जून 2018।आज शिक्षाकर्मियों के संविलियन एवं अन्य मांगों के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप सकती है। जानकारों की माने तो मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार आज अपनी रिपोर्ट समिति सरकार को सौंप देगी। अभी इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है कि समिति किन किन मुद्दों पर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगी।लेकिन सूत्रों से जानकारी प्राप्त हुई है कि शिक्षाकर्मियों के संविलियन पर बड़ा निर्णय राज्य सरकार के द्वारा लिया जा सकता है।साथ ही शिक्षाकर्मियों के पदोन्नति, स्थानांतरण, क्रमोन्नति, समानुपातिक वेतन जैसे विषयों पर भी निराकरण किया जा सकता है।आइए जानें यदि शिक्षाकर्मियों का मूल विभाग में संविलियन हो जाता है तो उन्हें कौन-कौन से लाभ प्राप्त होंगे
संविलियन के फायदे
1. शिक्षाकर्मी एक शासकीय कर्मचारी हो जाएंगे ।
2. समय पर वेतन मिलेगा, आबंटन का झंझट खत्म।
3. क्रमोन्नति का लाभ मिलेगा,
4. अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त होगी।
5. सातवां वेतनमान मिलेगा।
6. खुली स्थानांतरण नीति का लाभ मिलेगा।
7. संस्था प्रमुख के पदों पर पदोन्नति मिलेगी।
8. वेतन विसंगतियां दूर होंगी।
9. रिटायरमेंट के समय ग्रेजुएटी के साथ साथ सभी हितलाभ प्राप्त होंगे।
10. सीपीएस की नियमित कटौती होगी।
11. चिकित्सा सुविधा व प्रतिपूर्ति प्राप्त होगी।
12. समय समय पर महंगाई भत्ते प्राप्त होंगे।
13. सभी भत्ते की पात्रता होगी।
14. समय पर अगला वेतनमान का लाभ मिलेगा।
15 सेवानिवृत्त 62 वर्ष होगी।
16 और अंतिम किंतु महत्वपूर्ण बिंदु शिक्षाकर्मी अब एक शिक्षक बन जाएगा।एक शिक्षक होने का खोया हुआ सम्मान प्राप्त होगा ।
शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय मोर्चा के प्रदेश संचालक संजय शर्मा ने कहा है कि समान काम-समान वेतन, समान पद-समान विभाग का फार्मूला बनाकर एक प्रदेश एक शिक्षक की ब्यवस्था ही सर्वमान्य हल है।