शिक्षकों ने कहा एक दिन का नही पांच दिन का वेतन काट लो लेकिन पहले बीमा दे सरकार…..कोरोनो वरियर्स का दर्जा दे फिर करे वेतन में कटौती

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महामारी में शिक्षक सरकार के साथ लेकिन कर्मचारियों की सुरक्षा से सरकार क्यो भाग रही

🔵 *जबरन वेतन कटौती से शिक्षकों में रोष, बीमा की मांग पर सरकार ने साधी चुप्पी।*

दंतेवाड़ा | छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष उदयप्रकाश शुक्ला सचिव नोहर सिंह साहू, प्रमोद भदौरिया, कमल रावत,शैनी रविन्द्र खोमेंद्र देवांगन, अमित देवनाथ,सुभाष कोड़ोपी, भरत दुबे,शंकर चौधरी,टीकम साहू ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आदेश जारी कर मुख्यमंत्री राहत कोष में योगदान हेतु अधिकारियों कर्मचारियों के माह अप्रैल के वेतन में एक दिन की कटौती का आदेश जारी किया गया है। जो कि पूर्णतः गलत है शिक्षक सरकार के साथ है हर आदेश का पालन शिक्षक कर रहे है बिंना सुरक्षा बीमा, बिंना सुरक्षा किट के इस महामारी काल मे कार्य कर रहे हैं लेकिन बीमा लाभ देने के बजाय जबरन आदेश कर वेतन कटौती किया जाना समझ के परे है।

पदाधिकारियों ने कहा कि शिक्षक एक दिन नही पांच दिन का वेतन शिक्षक खुले मन से देने को तैयार है लेकिन उसके पहले सरकार कोरोना में मृत हुए राज्य के कर्मचारियों को व काम कर रहे शिक्षकों को पचास लाख के बीमा का प्रवधान करे।वित्त विभाग ने सभी कर्मचारियों से एक दिन के वेतन कटौती किये जाने का आदेश जारी किया है। किंतु विभाग के सॉफ्टवेयर में इस प्रकार से समायोजन किया गया है की बिंना एक दिन का वेतन काटे भुगतान सम्भव ही नही है तो इसमे स्व इक्छा का सवाल ही कहा उतपन्न होता है कर्मचारी चाहे या न चाहे कटौती तय है पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार ने पिछला महंगाई भत्ता 2 वर्षो से लंबित रखा है पहली बार वेतनवृद्धि रोक कर छः माह बाद प्रदान किया गया हमेशा कर्मचारियों की सुविधाओं में कटौती क्यो की जाती है जबकि इस महामारी काल मे शिक्षक अपनी जान की परवाह किये बिना गैर शैक्षणिक कार्यो में योगदान दे रहे है।
पदाधिकारियों ने आगे कहा कि राज्य सरकार कोरोना ड्यूटी कर रहे शिक्षकों को कोरोना वरियर्स का दर्जा देते हुए पर्याप्त सुविधाएं मुहैया कराए उसके बाद वेतन कटौती करे।वित्त विभाग ने राहत कोष में एक दिन का वेतन कटौती का आदेश जारी किया है।जिसमे कुछ संगठनों की सहमति का उल्लेख किया गया है।कोरोनो ड्यूटी कर रहे सैकड़ो शिक्षक संक्रमित हो रहे है वही लगभग 100 शिक्षकों की मृत्य हो गयी है किंतु शासन ने अब तक कोई सहयोग मदद नही की जबतक दिवंगत शिक्षकों के परिजनों को 50 लाख का बीमा कव्हर निशर्त अनुकम्पा नियुक्ति शिक्षकों को पर्याप्त सुरक्षा किट उपलब्ध नही कराया जाता तब तक एसोसिएशन वेतन कटौती की सहमति नही देगा।परमानन्द ध्रुव,प्रमोद कर्मा,नागेश जायसवाल,ढलेश आर्य,भवानी कौशिक,खेमलाल सिन्हा,नरेश साहू, सुरेश पटेल,शेषुनाथ गौतम,संजीव पैकरा,कोमल देव साहू,आनंद साहू,राजेन्द्र यादव,पंकज पांडेय,राहुल वाजपेयी,बी.तिरुपति, रमेश साहू,जानू राम पोयाम,विजय नेताम,अनिल ठाकुर,संजय देवांगन,श्री कुमार परचाकी,योगेश पटेल,प्रितेश यादव ने कहा कि उम्मदी है सरकार शिक्षकों की मांग को देखते हुए निर्णय लेकर कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने का कार्य करेगी।

 

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